अमरावती, 14 जनवरी (आईएएनएस)। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) सुप्रीमो एन. चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को कहा कि आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जन सेना पार्टी (जेएसपी) नेता और अभिनेता पवन कल्याण के साथ अमरावती के मंडदम में भोगी समारोह में हिस्सा लिया। दोनों नेताओं ने वाईएसआरसीपी सरकार के ‘जनविरोधी’ नीतियों को भोगी अग्नि में जलाया।
टीडीपी और जेएसपी ने आगामी लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन की घोषणा की है। दोनों दल भोगी मनाने के लिए एक साथ आए, जो तीन दिवसीय संक्रांति उत्सव की शुरुआत है।
समारोह का आयोजन ‘तेलुगु जातीकी स्वर्ण युगम-संक्रांति संकल्पम’ (तेलुगु लोगों के लिए स्वर्ण युग के लिए संक्रांति प्रतिज्ञा) के नारे के साथ संयुक्त रूप से किया गया।
नायडू ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अंधेरा दूर हो जाएगा और राज्य में स्वर्णिम शासन आएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों के दौरान वाईएसआरसीपी के अक्षम और विनाशकारी शासन के कारण लोगों को बहुत परेशानी हुई है। उन्होंने कहा, ”इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और राज्य के अच्छे दिन आने वाले हैं।”
नायडू ने आरोप लगाया कि सरकार ने अमरावती के किसानों के लिए बहुत सारी समस्याएं पैदा कीं और पिछले पांच साल उनके लिए काला समय था। उन्होंने कहा कि अमरावती देवताओं की राजधानी है। वह शैतानों के हाथों में चली गई है।
टीडीपी प्रमुख ने लोगों से धर्म, जाति और क्षेत्र से ऊपर उठकर आंध्र प्रदेश को वाईएसआरसीपी से मुक्त कराने के एकमात्र उद्देश्य के साथ अगले 87 दिनों तक काम करने की अपील की।
नायडू ने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की आलोचना करते हुए कहा कि वह केवल विनाश जानते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा पैदा की गई बाधाओं के बावजूद, अमरावती के किसानों ने राज्य की राजधानी को स्थानांतरित करने के सरकार के कदम के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखा।
टीडीपी नेता ने कहा कि अगर अमरावती को राज्य की राजधानी के रूप में विकसित किया जाए तो आंध्र प्रदेश समृद्ध हो सकता है।
पवन कल्याण ने वाईएसआरसीपी को एक बीमारी बताया और कहा कि इस बीमारी को दूर करने का समय आ गया है।अमरावती के किसानों के सपने जल्द ही साकार होंगे।
जेएसपी नेता ने एक स्वर्णिम राजधानी बनाने की कसम खाई। उन्होंने कहा कि राजधानी का विकास अकेले अमरावती की समस्या नहीं है, यह राज्य के पांच करोड़ लोगों की समस्या है।
–आईएएनएस
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