छपारा. दिनांक 9 नवंबर को विकासखंड छपारा के जनशिक्षा केन्द्र नवीन के मुख्यालय नवीन हाईस्कूल छपारा में आयोजित समारोह के दौरान जनशिक्षा केन्द्र के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं, जिले एवं विकासखंड से अकादमिक और प्रशासनिक अधिकरीगणों की उपस्थिति में सत्र के सेवानिवृत्त एवं उच्च पद प्रभार तथा अन्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं के तहत जनशिक्षा केन्द्र से अन्यत्र पदांकित शिक्षकों का सम्मान एवं विदाई का कार्यक्रम पूरे उल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ.
शिक्षक सम्मान के इस कार्यक्रम को नवाचार के साथ शिक्षक संगोष्ठी के रुप में आयोजित कर विगत कोरोना कालीन परिस्थितियों और परिस्थिति जन्य कारणों से विकासखंड में ठहराव की स्थिति में आ गये पूर्व समय में संचालित शिक्षक संगोष्ठी की परंपरा का पुनः श्रीगणेश हुआ. शिक्षक संगोष्ठी का यह कार्यक्रम प्रशासकीय प्रक्रिया के चलते वर्तमान में पूरे प्रदेश के हर जनशिक्षा केन्द्रों में प्रतिमाह द्वितीय एवं तृतीय शनिवार की शैक्षिक संवाद के रूप में आयोजन निर्देशित है.
शिक्षक संगोष्ठी में जनशिक्षा केन्द्र की लगभग सभी शालाओं के शिक्षकों द्वारा न केवल समस्याओं अपितु अपने अनुभवों, प्रयासों और नवाचारों का उल्लेख किया जाकर एक दूसरे से साझा करते हुवे बच्चों के दक्षता स्तर उन्नयन हेतु निरंतर आपसी समन्वय, सहयोग और प्रेरणा का संकल्प लिया गया. साथ ही साथ ऐसे समयगत आयोजनों तथा सार्थक संवाद की प्रक्रिया को निरंतर करते हुये उपलब्धि एवं परिणाम जनक अध्ययन अध्यापन को बढ़ाने हेतु भी संकल्प लिया.
जिले से पधारे डी.पी.सी. श्री महेश बघेल, जनजातीय कार्य विभाग के सहायक संचालक श्री एस.सी. सिंह, जिला नोडल अधिकारी श्री प्रकाश ठाकुर, ए.पी.सी. श्री चुनेन्द्र बिसेन, मु.का.अ. जनपद पंचायत श्री राकेश दुबे, बी.आर.सी.सी. श्री रविशंकर ठाकुर, जनशिक्षा केन्द्र प्रभारी श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव सहित, प्राचार्य श्री प्रफुल्ल श्रीवास्तव, श्री नारायण सिंह ठाकुर विकासखंड के सभी बी.ए.सी. समेत अनेक अन्य अधिकारियों की पूर्णकालिक उपस्थिति ने कार्यक्रम को भव्यता और गरिमा प्रदान की.
दोपहर 1 बजे से प्रारंभ शाम 6 बजे तक चले इस पूरे कार्यक्रम के संयोजन, आयोजन एवं संचालन में जनशिक्षक श्री हसीब खान एवं उनके जनशिक्षा केन्द्र के समस्त शिक्षक-शिक्षक शिक्षिकाओं की सकारात्मक तथा सक्रिय सहभागिता ने कार्यक्रम की सफलता और बच्चों, शिक्षकों और शालाओं की दक्षता उन्नयन हेतु शासकीय दिशा निर्देशों, नवाचारों से परिपूर्ण गतिविधियों के सक्रिय, समयगत, सकारात्मक परिपालन के संकल्प को एक नई ऊर्जा और दिशा प्रदान की.