रांची, 14 जून (आईएएनएस)। टाटा और उसकी सहयोगी कंपनियों ने जमशेदपुर में हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन उद्योग के प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। इस प्रोजेक्ट में निवेश और इसके विस्तार की संभावनाओं पर आज टाटा के वरीय अधिकारियों ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के साथ बैठक की। सीएम ने कहा कि जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य वाले इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने में सरकार हरसंभव सहयोग करेगी।
झारखंड मंत्रालय में आयोजित बैठक में टाटा मोटर्स के अधिकारियों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तृत रूपरेखा रखी। इसमें बताया गया है कि जमशेदपुर में न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के विस्तार (हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन निर्माण) पर निवेश की असीम संभावनाएं हैं। टाटा मोटर्स एवं टाटा कमिंस इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ हाइड्रोजन इंजन से चलने वाले वाहन बनाने की तैयारी कर रही है। यह भी बताया गया कि 25 से 30 वर्ष तक ऑटोमोबाइल सेक्टर में शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करना टाटा मोटर्स का लक्ष्य है। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से हरित हाइड्रोजन मिशन को प्राप्त किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिग पूरे विश्व के लिए चुनौती है। भविष्य में ग्रीन टेक्नोलॉजी की ओर आगे बढ़ने की जरूरत है। झारखंड में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार वाहन निर्माता कंपनी के सहयोग के लिए उनके साथ हमेशा खड़ी रहेगी।
बैठक में राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, टाटा मोटर्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर गिरीश वाघ, टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी, टाटा कमिंस के एमडी अश्वथ राम, टाटा मोटर्स के वाइस प्रेसिडेंट विशाल बादशाह, सुशांत नायक सहित कई अफसर मौजूद रहे।
–आईएएनएस
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