जम्मू, 27 मार्च (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को केंद्र शासित प्रदेश में बिजली की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, उपराज्यपाल ने गर्मी के मौसम में बिजली की उच्च मांग को पूरा करने के लिए बहु-आयामी रणनीतियों की सराहना की और बिजली क्षेत्र को मजबूत और लचीला बनाने के लिए सुधारों को एकीकृत करने का निर्देश दिया।
उन्होंने बिजली की चोरी, गलत पैमाइश, सार्वजनिक शिकायतों की जांच, लोड में अनधिकृत विस्तार और औचक जांच का पता लगाने के लिए एक समर्पित प्रवर्तन विंग के माध्यम से प्रभावी प्रवर्तन का भी निर्देश दिया।
सिन्हा ने 11 केवी पर सभी मीटरों का संचालन सुनिश्चित करने और एक महीने के भीतर क्षतिग्रस्त मीटरों की मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाने का भी आदेश दिया।
उपभोक्ता हितों और गुणवत्ता मानकों की रक्षा के लिए स्मार्ट मीटर को फीडर-वार संतृप्त किया जाना चाहिए। उपराज्यपाल ने कहा कि यह उपभोक्ताओं को सशक्त बनाएगा और कुशल तरीके से ऊर्जा और उपयोग के संरक्षण में उनकी मदद करेगा।
उन्होंने एटीएंडसी घाटे को कम करने के लिए उठाए गए कदमों पर भी रिपोर्ट मांगी। उन्होंने विभाग को जिम्मेदारी तय करने और एक निश्चित समय सीमा के भीतर नुकसान को कम करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया।
उपराज्यपाल ने पीडीडी कर्मचारियों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण, नए उपभोक्ताओं के ऑनलाइन पंजीकरण, बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान, बिजली के बुनियादी ढांचे के उचित रखरखाव और उपकरणों की भौतिक स्थिति की निगरानी के लिए अधिकारियों की टीमों के गठन पर जोर दिया।
उन्होंने नए औद्योगिक एस्टेट और रेलवे सुरंगों को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी स्पष्ट दिशा-निर्देश पारित किए।
–आईएएनएस
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