जम्मू, 8 सितंबर (आईएएएस)। जम्मू-कश्मीर में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा स्थापित ‘श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस’ (एसएमवीडीआईएमई) को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने 50 एमबीबीएस सीटों के लिए मंजूरी दे दी है।
इस उपलब्धि के लिए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा के प्रति आभार व्यक्त किया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में भाषण देते हुए कहा कि शिक्षा में नवाचार, अत्याधुनिक तकनीक और स्थिरता को शामिल करने की आवश्यकता है ताकि छात्र विकसित भारत की चुनौतियों का सामना कर सकें। उन्होंने ‘एसएमवीडीआईएमई’ की स्थापना को स्वास्थ्य शिक्षा और सेवाओं में क्रांति लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए श्राइन बोर्ड ने 19 अगस्त 2023 को अपनी 71वीं बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी दी थी, जिसे भविष्य में 100 सीटों तक विस्तार करने की योजना है। ‘एसएमवीडीआईएमई’ ककरयाल में स्थापित किया गया है और इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में चिकित्सा शिक्षा को सशक्त बनाना है।
उपराज्यपाल ने कहा, “हमारा लक्ष्य केंद्र शासित प्रदेश में अधिक से अधिक एमबीबीएस उम्मीदवारों को अध्ययन के अवसर प्रदान करना है। पिछले कुछ वर्षों में हमने एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाकर 1,185 से 1,375 की है, जो विशेषज्ञ स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच बढ़ाने और मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली बनाने में मदद करेगा।”
केंद्र सरकार के प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में हाल के वर्षों में सात नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, जिनमें कठुआ, राजौरी, उधमपुर, डोडा, बारामुला, हंदवाड़ा और अनंतनाग शामिल हैं। इसके अलावा, जम्मू के विजयपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 100 एमबीबीएस सीटें उपलब्ध हैं। इन प्रयासों से क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
मनोज सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “हमारा उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेश में अधिक से अधिक एमबीबीएस उम्मीदवारों को अध्ययन करने में मदद करना है, और हमने पिछले कुछ वर्षों में एमबीबीएस सीटों में वृद्धि करके इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इन उपलब्धियों से विशेषज्ञ देखभाल तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित होगी और एक मजबूत स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का निर्माण होगा। श्राइन बोर्ड ने 19 अगस्त 2023 को आयोजित अपनी 71वीं बैठक में ककरयाल में 50 सीटों वाले मेडिकल कॉलेज की स्थापना को सैद्धांतिक रूप से मंज़ूरी दे दी थी, जिसके बाद इसे 100 सीटों वाले मेडिकल कॉलेज में अपग्रेड करने की दीर्घकालिक योजना बनाई गई थी।”
उन्होंने लिखा, “नव स्थापित एसएमवीडीआईएमई के लिए 50 एमबीबीएस सीटों को मंजूरी देने के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा के प्रति आभार।”
–आईएएनएस
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