जम्मू, 10 फरवरी (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी दी है, जिसके तहत मिट्टी और भूमि संसाधन सूचना प्रणाली के निर्माण की परिकल्पना की गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जम्मू और कश्मीर मृदा और भूमि संसाधन सूचना (जेकेएसएलआरआई) नामक परियोजना को इस क्षेत्र में मिट्टी और भूमि संसाधनों के सतत उपयोग के लिए निर्णय लेने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसे पारिस्थितिक रूप से नाजुक माना जा रहा है।
कृषि उत्पादन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने कहा- अवैज्ञानिक भूमि रूपांतरण और खराब मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन प्रथाओं की समस्या मिट्टी के स्वास्थ्य में गिरावट का कारण बन रही है, जिससे खराब उत्पादन और यहां तक कि उद्यम विफलता भी हो रही है। मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर ज्ञान की कमी और खराब विस्तार भी है, जो गहन खेती और मृदा प्रदूषण के कारण मिट्टी की जैव विविधता को नुकसान पहुंचा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि जेकेएसएलआरआई परियोजना को मिट्टी और भूमि संसाधनों पर सबसे व्यापक और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो इसे मिट्टी और भूमि संसाधनों के सतत उपयोग की बात आने पर निर्णय लेने के लिए एक आवश्यक उपकरण बनाता है।
प्रतिष्ठित परियोजना, जो शुरू में जम्मू-कश्मीर के चार जिलों में शुरू की जाएगी, जिसमें प्रत्येक चयनित जिले में एक स्थैतिक और 25 मिनी मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना के अलावा कृषि और शहरीकरण पर एक मजबूत भूमि उपयोग नीति, भूमि मूल्यांकन के आधार पर फसल-भूमि उपयुक्तता, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर किसानों और अन्य हितधारकों की क्षमता निर्माण सहित कई उद्देश्य हैं।
इस परियोजना को जम्मू और श्रीनगर में दो मिट्टी संग्रहालयों के साथ एक प्रामाणिक मिट्टी और भूमि संसाधन भंडार के निर्माण सहित क्षेत्र पर एक बड़ा प्रभाव डालने के लिए डिजाइन किया गया है।
–आईएएनएस
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