डोडा, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2016 में शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना से देश में लोगों के जीवन में बड़े बदलाव आए हैं। सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को भी इसका लाभ हुआ है।
जम्मू-कश्मीर की बात करें तो डोडा में योजना सफलतापूर्वक लागू की गई है और लाभार्थियों तक पहुंचने में कारगर साबित हो रही है। जम्मू क्षेत्र में इस योजना के कार्यान्वयन में डोडा दूसरे स्थान पर है जबकि केंद्र शासित प्रदेश में इसका स्थान आठवां है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 30 हजार से ज्यादा मकानों के निर्माण की स्वीकृति मिली है जिसमें 26 हजार का निर्माण पूरा हो चुका है जबकि चार हजार घरों के निर्माण का काम जारी है।
डोडा के सहायक विकास आयुक्त मनोज कुमार ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि यहां 30,404 मकानों की स्वीकृति दी गई है। उनमें से 4,404 का निर्माण जारी है।
उन्होंने बताया कि जल्द ही उन लोगों से पैसे की वसूली शुरू की जाएगी जिन्होंने सरकारी सहायता राशि मिलने के बावजूद घरों का निर्माण शुरू नहीं किया है।
योजना के बारे में बताते हुए मनोज कुमार ने कहा, “यह योजना उन लोगों के लिए है जिनके पास रहने के लिए घर नहीं है या कच्चे घरों में रह रहे हैं। कई परिवारों ने योजना के तहत पंजीकरण कराया है। पंजीकरण कराने वाले लाभार्थियों को अपने घर बनाने के लिए सरकारी सहायता मिली है। पिछले चरणों में जो लोग छूट गए थे, वे भी दोबारा आवेदन कर सकते हैं।”
उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से सहायता राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में दी जाती है। इससे उनके सामाजिक स्तर और ओवरऑल स्थिति में सुधार हुआ है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत, जम्मू-कश्मीर में हजारों लोग लाभांवित हो रहे हैं। डोडा जिले में भगवा तहसील के मालवाज ब्लॉक निवासी जोगिंदर प्रकाश को योजना के तहत पक्का मकान मिला है। जोगिंदर ने बताया कि पहले वह अपने परिवार के साथ शेड में रहते थे। उन्हें काफी समस्या होती थी। अब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनका अपना घर बन गया है। पूरा परिवार एक छत के नीचे अच्छा जीवन व्यतीत कर रहा है।
–आईएएनएस
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