deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी कामयाबी हासिल की

by
August 13, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

READ ALSO

सबका लक्ष्य ‘नेशन फर्स्ट’ होना चाहिए, ये काम सिर्फ सेना के जवानों का नहीं है : सीएम योगी

योग और प्राणायाम में होता है अंतर, एक का संबंध शारीरिक व्यायाम से तो दूसरे का मन से

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

ADVERTISEMENT

जम्मू, 13 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवाद विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए की जा रही कोशिशों में यह महत्वपूर्ण प्रगति है।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दी गई खुफिया जानकारी और पुलिस की जांच के आधार पर सुरक्षाबलों ने गंदोह में ऑपरेशन चलाकर तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने हाल ही में घुसपैठ के पीछे के मुख्य मॉड्यूल का पर्दाफाश भी किया। इस आतंकी मॉड्यूल से डोडा, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थी।

मॉड्यूल के मास्टरमाइंड ने सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर्स के साथ मिलकर भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले विदेशी आतंकवादियों को हर संभव सहायता प्रदान की। मास्टरमाइंड ने जम्मू-कश्मीर के सांबा-कठुआ सेक्टर में आतंकवादियों की मदद की और उन्हें छिपाया। इसने आतंकवादियों को शुरुआती आश्रय, भोजन और अन्य छोटी चीजें मुहैया कराने के अलावा, उन्हें उधमपुर-कठुआ-डोडा जिलों के ऊपरी इलाकों में पहुंचाने में भी मदद की।

मॉड्यूल के सदस्यों ने पुष्टि की है कि गंदोह मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों को छुपाने और उनका मार्गदर्शन करने में इस आतंकवादी मॉड्यूल ने मदद की थी। ये तब तक जारी रहा जब तक वो ऊपरी इलाकों में नहीं पहुंच गए।

सरगना की पहचान मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ के रूप में की गई है। मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्यों को दुश्मन एजेंट के रूप में हिरासत में लिया गया है।

मोहम्मद लतीफ उर्फ ​​हाजी लतीफ पुत्र स्वर्गीय मीर जिला कठुआ के अम्बे नाल का निवासी है। वह इलाके में ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। वह इलाके से गुजरने वाले आतंकवादियों के समूहों के लिए गाइड/लॉजिस्टिक्स आदि के रूप में काम करता था। मोहम्मद लतीफ के अलावा जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अख्तर अली पुत्र स्वर्गीय रशीद, सद्दाम, कुशल, नूरानी पुत्र स्वर्गीय मीर, मकबूल पुत्र मोहम्मद लतीफ, लियाकत पुत्र हाजी लतीफ, कासिम दीन पुत्र शाहीन दीन और खादिम शामिल हैं। यह सभी कठुआ जिले में अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं।

जोनल पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने आगे जानकारी दी कि पशुओं को चराने के लिए ऊपरी इलाकों और पहाड़ों पर कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से ज्यादातर ने विदेशी आतंकवादियों के संपर्क में आने की बात स्वीकार की है। आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या संचार सहायता प्रदान करने की बात स्वीकारी है। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित नहीं किया और कुछ ने आतंकवादियों से पैसे भी लिए हैं।

जिन लोगों ने समय पर पुलिस को सूचित किया है, उन्हें निर्दोष माना जा रहा है। वहीं अन्य की जांच की जा रही है। मीडिया सेंटर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर जल्द पुलिस को सूचित करें।

–आईएएनएस

एफजेड/केआर

Related Posts

ताज़ा समाचार

सबका लक्ष्य ‘नेशन फर्स्ट’ होना चाहिए, ये काम सिर्फ सेना के जवानों का नहीं है : सीएम योगी

May 10, 2025
योग और प्राणायाम में होता है अंतर, एक का संबंध शारीरिक व्यायाम से तो दूसरे का मन से
ताज़ा समाचार

योग और प्राणायाम में होता है अंतर, एक का संबंध शारीरिक व्यायाम से तो दूसरे का मन से

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

पाकिस्तान अपनी बर्बादी की पटकथा खुद लिख रहा है : मृत्युंजय तिवारी

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को कर्ज देकर आईएमएफ ने गलत किया, ये फैसला दुर्भाग्यपूर्ण : मनीष तिवारी

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

ऑपरेशन सिंदूर : पाकिस्तान के टॉप-5 आतंकी ढेर, मोस्ट वांटेड मसूद अजहर पर भी करारी चोट- सूत्र

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

उधमपुर एयर बेस को तबाह करने का पाकिस्तानी दावा निकला ‘फेक’

May 10, 2025
Next Post
अंग बर्बादी के गंभीर संकट का सामना कर रहा भारत: विशेषज्ञ

अंग बर्बादी के गंभीर संकट का सामना कर रहा भारत: विशेषज्ञ

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

बिकवाली के बीच एफपीआई डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स में बढ़ा रहा निवेश

November 12, 2023

भारतीय छात्रा को टक्कर मारने के बाद उसका मजाक उड़ा रहा आरोपी पुलिस अधिकारी, वीडियो वायरल

September 13, 2023
त्रिपुरा विश्वविद्यालय ने विवाद के बीच सफाई दी : चुनाव सर्वे प्रकाशित नहीं किया

त्रिपुरा विश्वविद्यालय ने विवाद के बीच सफाई दी : चुनाव सर्वे प्रकाशित नहीं किया

March 1, 2023

तमिलनाडु में सुलह के लिए अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेतृत्व से बात कर रहे असम सीएम : सूत्र

September 27, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080842
Total views : 5869437
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications