नई दिल्ली, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर से अग्निवीरों का पहला बैच प्रशिक्षण के लिए भारतीय सेना में शामिल हो गया है। अग्निवीरों के इस प्रथम बैच को अब 6 महीने के कठोर व अनुशासित प्रशिक्षण से गुजरना होगा। सेना द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण के लिए लगभग 200 जवानों को चुना गया है। इन सभी जवानों को अलग-अलग प्रशिक्षण केंद्रों पर ट्रेनिंग दी जाएगी। 6 महीने के प्रशिक्षण के उपरांत यह अग्निवीर भारतीय सेना में अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करेंगे।
भारतीय सेना के मुताबिक केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से विभिन्न पदों पर प्रशिक्षण के लिए अग्निवीरों का बैच भारतीय सेना में शामिल हुआ है। अग्निपथ योजना के तहत चयनित अग्निवीरों के पहले बैच में अग्निवीर जनरल ड्यूटी, अग्निवीर टेक्निकल, अग्निवीर क्लर्क, स्टोरकीपर टेक्निकल और अग्निवीर ट्रेड्समैन के रूप में प्रशिक्षण के लिए भारतीय सेना में शामिल हुए हैं। अलग-अलग कार्यों के लिए अग्निवीर के तौर पर सेना में शामिल हो रहे इन सभी जवानों को सेना द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह सभी उम्मीदवार, शारीरिक परीक्षण, चिकित्सा परीक्षण, लिखित परीक्षा और दस्तावेज सत्यापन सहित कठोर परीक्षणों के बाद चुने गए हैं। यहां से सेना द्वारा लगभग 200 उम्मीदवारों का चयन किया गया है। इन्हे सेना भर्ती कार्यालय, श्रीनगर से भारतीय सेना की विभिन्न रेजीमेंटों के लगभग 30 प्रशिक्षण केंद्रों में भेजा जा रहा है।
चयनित उम्मीदवार उम्मीदवार इसके लिए अपने अपने प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण 25 से 30 दिसंबर के बीच रिपोर्ट करेंगे। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उनका प्रशिक्षण 1 जनवरी 2023 से प्रभावी होगा। सेना का कहना है कि संभागीय आयुक्त, कश्मीर और उनकी टीम द्वारा संचालित समन्वित प्रयासों, चिनार कोर्पस के निरंतर समर्थन और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के इच्छुक उम्मीदवारों के समर्पण के कारण उम्मीदवारों का चयन संभव हो पाया है।
सेना ने इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि जम्मू कश्मीर में सड़क यातायात की आवाजाही की स्थिति और शून्य से कम सर्दियों की स्थिति के बावजूद, उम्मीदवारों ने नियत तारीख तक अपने प्रशिक्षण केंद्रों में शामिल होने और अगले छह महीनों के भीतर एग्निवर्स की अपनी नई भूमिका निभाने के लिए उत्साह प्रदर्शित किया है।
–आईएएनएस
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