जम्मू, 11 फरवरी (आईएएनएस)। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार दूसरे दिन भी बारिश के कारण पहाड़ों से गिर रहे पत्थर और मिट्टी धंसने के चलते बंद रहा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, जम्मू-श्रीनगर एनएचडब्ल्यू अभी भी बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना एनएच-44 पर यात्रा न करें।
पंथ्याल में लगातार हो रहे पत्थरबाजी से शुक्रवार को हाईवे जाम हो गया था।
ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि फिलहाल हाईवे की निकासी का काम चल रहा है।
गौरतलब है कि राजमार्ग घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है।
–आईएएनएस
पीके/सीबीटी
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जम्मू, 11 फरवरी (आईएएनएस)। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार दूसरे दिन भी बारिश के कारण पहाड़ों से गिर रहे पत्थर और मिट्टी धंसने के चलते बंद रहा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, जम्मू-श्रीनगर एनएचडब्ल्यू अभी भी बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना एनएच-44 पर यात्रा न करें।
पंथ्याल में लगातार हो रहे पत्थरबाजी से शुक्रवार को हाईवे जाम हो गया था।
ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि फिलहाल हाईवे की निकासी का काम चल रहा है।
गौरतलब है कि राजमार्ग घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है।
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जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, जम्मू-श्रीनगर एनएचडब्ल्यू अभी भी बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना एनएच-44 पर यात्रा न करें।
पंथ्याल में लगातार हो रहे पत्थरबाजी से शुक्रवार को हाईवे जाम हो गया था।
ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि फिलहाल हाईवे की निकासी का काम चल रहा है।
गौरतलब है कि राजमार्ग घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है।
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जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, जम्मू-श्रीनगर एनएचडब्ल्यू अभी भी बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना एनएच-44 पर यात्रा न करें।
पंथ्याल में लगातार हो रहे पत्थरबाजी से शुक्रवार को हाईवे जाम हो गया था।
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गौरतलब है कि राजमार्ग घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है।
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जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, जम्मू-श्रीनगर एनएचडब्ल्यू अभी भी बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना एनएच-44 पर यात्रा न करें।
पंथ्याल में लगातार हो रहे पत्थरबाजी से शुक्रवार को हाईवे जाम हो गया था।
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गौरतलब है कि राजमार्ग घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है।
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जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, जम्मू-श्रीनगर एनएचडब्ल्यू अभी भी बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना एनएच-44 पर यात्रा न करें।
पंथ्याल में लगातार हो रहे पत्थरबाजी से शुक्रवार को हाईवे जाम हो गया था।
ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि फिलहाल हाईवे की निकासी का काम चल रहा है।
गौरतलब है कि राजमार्ग घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है।
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जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, जम्मू-श्रीनगर एनएचडब्ल्यू अभी भी बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना एनएच-44 पर यात्रा न करें।
पंथ्याल में लगातार हो रहे पत्थरबाजी से शुक्रवार को हाईवे जाम हो गया था।
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