जयपुर, 6 सितंबर (आईएएनएस)। जयपुर में गुरुवार को कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी। भगवान श्री कृष्ण को राज्य के जौहरियों द्वारा विदेशों से लाए गए मोतियों और हीरों से जड़ी पोशाक पहनाई जाएगी।
कृष्ण बलराम मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने कहा कि श्री कृष्ण बलराम मंदिर में जन्माष्टमी सबसे बड़ा उत्सव है। इस उत्सव के लिए महीनों से तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि वृन्दावन से लाए गए विशेष प्रकार के कपड़े नवरत्नों और हीरों से बने परिधान इस उत्सव में आकर्षण जोड़ देंगे।
उन्होंने कहा, “जयपुर में भगवान श्री कृष्ण-बलराम जी की पोशाक में जयपुर के विशेष जौहरियों द्वारा विदेश से लाए गए नवरत्न और हीरे जड़े हैं। दिल्ली, बेंगलुरू और कोलकाता से लाए गए विशेष रंग-बिरंगे फूलों से भगवान को सजाया जाएगा।”
जन्माष्टमी पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के दर्शन की सुविधा के लिए पांच स्थानों पर व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु आकर्षक नवरत्न पोशाक में भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य दर्शन कर सकेंगे।
मंदिर में दर्शन की सुचारु व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रशासन द्वारा उचित व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था में करीब 1,600 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे, जिनमें पुलिसकर्मी, एनसीसी कैडेट और मंदिर के 1,000 स्वयंसेवक शामिल होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी तीन थानों की पुलिस करेगी। मंदिर की सुरक्षा पुलिसकर्मी संभालेंगे। 250 सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर युक्त गेट भी लगाए गए हैं।
–आईएएनएस
एमकेएस
जयपुर, 6 सितंबर (आईएएनएस)। जयपुर में गुरुवार को कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी। भगवान श्री कृष्ण को राज्य के जौहरियों द्वारा विदेशों से लाए गए मोतियों और हीरों से जड़ी पोशाक पहनाई जाएगी।
कृष्ण बलराम मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने कहा कि श्री कृष्ण बलराम मंदिर में जन्माष्टमी सबसे बड़ा उत्सव है। इस उत्सव के लिए महीनों से तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि वृन्दावन से लाए गए विशेष प्रकार के कपड़े नवरत्नों और हीरों से बने परिधान इस उत्सव में आकर्षण जोड़ देंगे।
उन्होंने कहा, “जयपुर में भगवान श्री कृष्ण-बलराम जी की पोशाक में जयपुर के विशेष जौहरियों द्वारा विदेश से लाए गए नवरत्न और हीरे जड़े हैं। दिल्ली, बेंगलुरू और कोलकाता से लाए गए विशेष रंग-बिरंगे फूलों से भगवान को सजाया जाएगा।”
जन्माष्टमी पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के दर्शन की सुविधा के लिए पांच स्थानों पर व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु आकर्षक नवरत्न पोशाक में भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य दर्शन कर सकेंगे।
मंदिर में दर्शन की सुचारु व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रशासन द्वारा उचित व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था में करीब 1,600 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे, जिनमें पुलिसकर्मी, एनसीसी कैडेट और मंदिर के 1,000 स्वयंसेवक शामिल होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी तीन थानों की पुलिस करेगी। मंदिर की सुरक्षा पुलिसकर्मी संभालेंगे। 250 सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर युक्त गेट भी लगाए गए हैं।
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