श्रीनगर, 21 फरवरी (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर का पहला अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा मेला, स्कास्ट-कश्मीर और आईसीसीआर के एक सहयोगात्मक प्रयास का उद्घाटन मंगलवार को नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और आईसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने किया।
जयशंकर, जो इस आयोजन के मुख्य अतिथि थे, ने अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा मेला पहल के लिए एसकेयूएसएटी-कश्मीर की सराहना की।
उन्होंने कहा कि तीन साल पहले, जम्मू-कश्मीर में परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि विकास और प्रगति का पूरा लाभ जो शेष भारत ने कई वर्षो तक देखा था, अब जम्मू-कश्मीर के लोगों को उपलब्ध कराया जाए।
जयशंकर ने कहा, मेरे लिए यह सिर्फ एक शिक्षा कार्यक्रम नहीं है, यह सुनिश्चित करने का एक बहुत ही अभिन्न अंग है कि भारत का एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र दुनिया में जो हो रहा है उससे जुड़ा है।
उन्होंने यह भी देखा कि भारतीय विश्वविद्यालयों को अपने परिसरों में अधिक विदेशी छात्रों को आमंत्रित करने पर ध्यान देना चाहिए।
जयशंकर ने कहा, आज, भारत के पास दुनिया भर के 78 देशों में परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं या कम आपूर्ति हो रही है। इसलिए, यदि हमारे संबंध इतने व्यापक हैं, निवेश इतने गहरे हैं और नेटवार्किं ग इतनी अच्छी है, तो हमें यह देखने की जरूरत है कि अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के अधिक से अधिक प्रवाह में अनुवाद किया जाए।
जयशंकर ने कहा, एक वैश्वीकृत दुनिया में यह नितांत आवश्यक है कि भारत के युवा दुनिया में क्या हो रहा है, इसके बारे में पूरी तरह से जागरूक हों और ऐसा करने का इससे बेहतर तरीका कोई नहीं है कि आपके बीच अंतर्राष्ट्रीय छात्र हों।
–आईएएनएस
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