अनूपपुर, देशबन्धु. पुष्पराजगढ़ विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस महासचिव फुंदेलाल सिंह मार्को ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी के मुख्य अतिथि में देश और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आगामी 27 जनवरी को डॉ. भीम राव अंबेडकर की जन्मस्थली महूं से जय बापू-जय भीम, जय संविधान रैली की आगाज किया जा रहा है. प्रदेशव्यापी कार्यक्रम में प्रदेश भर से लाखों की संख्या में कार्यकर्ता और संविधान को मानने वाले अनुयायी शामिल होंगे.
इसी कड़ी में पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर कार्यक्रम के बारे में जानकारी विस्तार से दी. उन्होंने कहा कि बुनियादी तौर पर हमारा संघर्ष विचारधारा का है. बाबा साहेब ने हमें सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय, विचार की अभिव्यक्ति, विश्वास की अभिव्यक्ति, धर्म और उपासना की प्रतिष्ठा और गरिमा बनाये रखने के लिए संविधान का स्वरूप दिया. लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार उसमें बैठे मंत्री और पूरी भाजपा संविधान का मजाक उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
विगत दिनों देश के गृह मंत्री द्वारा संसद में अंबेडकर जी का जिस तरह अपमान किया गया, वह अपमान देश के दलित, शोषित, आदिवासी, गरीब, मजदूर, पिछड़ा वर्ग के लोगों का ही नहीं अपितु देश की हर विचारधारा हर वर्ग का अपमान है. क्योंकि संविधान से ही देश चलता है, ना कि भाजपा और गोड़सेवादी विचारधारा से. बाबा साहेब अंबेडकर ने सदैव संविधान के प्रति कांग्रेस की समर्पण की भावना की सदैव प्रशंसा की.
राष्ट्रपति महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, सरोजनी नायडू जैसे देश के महान नेताओं ने बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर के विशेष योगदान से देश के सर्वहारा वर्ग के हितों, उनकी सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों के लिए संविधान का निर्माण किया.
देश का संविधान भारत का ही नहीं, अपितु दुनिया का संविधान बना. बाबा साहेब ने सामाजिक,आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार की अभिव्यक्ति और मौलिक अधिकारों के लिए देश की जनता को संविधान का स्वरूप दिया. जिसमें हर वर्ग के लोगों को स्वतंत्रता के साथ अपना जीवन यापन करने की आजादी मिली.
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने 17 दिसम्बर 2024 को संसद में जाति भेदभाव के खिलाफ अंबेडकर जी के प्रयासों का मजाक उड़ाते हुए बाबा साहेब का अपमान किया, जिससे करोड़ों की भावनाएं आहत हुई. दुर्भाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हो या गृह मंत्री अमित शाह संविधान की शपथ लेकर संवैधानिक पदों पर बैठने के बावजूद संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं. मोदी सरकार में अजा-अजजा वर्ग की एक भी भर्तियां नहीं हुई, बैकलांग की भर्ती नहीं हुई. पहले अजा-अजजा वर्ग के लिए बजट अलग से होता था, वह समाप्त कर दिया गया है.
उस बजट का पैसा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के सम्मेलनों में खर्च किया जा रहा है. भाजपा ने बाबा साहेब के संविधान को उद्योगपतियों की नीति से परे रखा है. शिक्षा, सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है. दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग को लाभ देने के लिए बजट में कटौती कर दी गई है. भाजपा का एक ही एजेंडा है जनता को भ्रमित कर संविधान के साथ छेड़छाड़ करना. दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग के हितों को छीनने का काम भाजपा द्वारा किया जा रहा है.
निजीकरण से देश में बेरोजगारी का भयंकर संकट मंडराया हुआ है. जातिगत जनगणना के आधार पर शासकीय विभागों और संस्थानों में सभी की समानता के आधार पर हिस्सेदारी निर्धारित की जा सकें. देश में अजा, अजजा और पिछड़ा वर्ग को आरक्षण की व्यवस्था कांग्रेस सरकारों ने प्राथमिकता से इन वर्गो को दी.