जम्मू, 1 मई (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जातीय जनगणना का फैसला किसी दबाव में नहीं, बल्कि पारदर्शिता और सच्चाई को उजागर करने के लिए लिया गया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान कविंदर गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भले ही यह मुद्दा उठाया हो, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने जनहित में निर्णय लिया। अब सच्चाई सामने आएगी, सब कुछ पारदर्शी रूप से दिखाई देगा। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। सरकार ने काफी सोच समझकर फैसला लिया है और नतीजे काफी बेहतर होंगे। अगर कांग्रेस को लगता है कि यह निर्णय प्रधानमंत्री ने लिया है, तो उन्हें इसका समर्थन करना चाहिए।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घटना पर डिप्टी सीएम ने कहा कि पाकिस्तान को भारत से डरना चाहिए। भारत सरकार ने पहले भी इस पर सख्त कार्रवाई की है और अब एक कड़ा संदेश दिया गया है। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक हुई है, समीक्षा की गई और यह तय है कि पाकिस्तान को इस बार सबक सिखाया जाएगा।
कर्नाटक में नमाज के लिए बस रोकने की घटना पर डिप्टी सीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह का माहौल बनना चिंताजनक है। हिंदू धार्मिक प्रतीकों को हटाया जाना एक प्रकार की धार्मिक प्रताड़ना है। सरकार को इस पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, वरना जनता चुप नहीं बैठेगी।
कविंदर गुप्ता ने फारूक अब्दुल्ला के उस बयान पर भी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत सरकार लोगों को पाकिस्तान भेज रही है। कविंदर गुप्ता ने कहा कि ये देश की सुरक्षा, एकता और अखंडता का सवाल है, इमोशन से काम नहीं चलता। फारूक अब्दुल्ला का पाकिस्तान प्रेम समय-समय पर जागता रहता है। पिछले 30–40 वर्षों में पाकिस्तान से आईं पांच लाख से ज्यादा महिलाएं यहां आकर बस चुकी हैं, विवाह कर चुकी हैं और बच्चों को जन्म दिया है। यह जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों के खिलाफ एक बड़ी साजिश है। ये देश की सुरक्षा, एकता और अखंडता का सवाल है। इमोशन से काम नहीं चलता।
–आईएएनएस
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