जामनगर, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। गुजरात के जामनगर शहर के लिए एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। 227 करोड़ रुपए की लागत से बना सौराष्ट्र का सबसे लंबा 3.5 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर अब पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। रात में रंग-बिरंगी रोशनी से सराबोर यह पुल शहर के नक्शे को बदलने का दम रखता है।
अगस्त 2021 से निर्माणाधीन यह महत्वाकांक्षी परियोजना, जिसकी शुरुआत गुजरात राज्य सरकार के 20 करोड़ रुपए के अनुदान से हुई थी, अब समापन की ओर है। सुभाष ब्रिज से सात रास्ता तक फैले इस पुल को 139 खंभों पर खड़ा किया गया है। 3,450 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर में 15 मीटर चौड़ाई के चार ट्रैक हैं।
इंदिरा मार्ग पर सात रास्तों और ओशवाल सेंटर के बीच स्थित इस पुल में वाहनों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए विभिन्न रैंप भी बनाए गए हैं, जिसमें ओशवाल सेंटर की ओर और जाडा बिल्डिंग के पास रैंप शामिल हैं।
पुल पर रिफ्लेक्टर लगाने और मार्किंग का काम लगभग पूरा हो चुका है, और आकर्षक लाइटें लगाई जा रही हैं, जो रात में एक मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करेंगी।
सबसे खास बात यह है कि जामनगर नगर निगम इस ओवरब्रिज के नीचे की जगह का भी बेहतरीन उपयोग करेगा। खंभों के बीच के स्थानों पर पेड पार्किंग, फूड जोन, गेम जोन और एक नागरिक केंद्र स्थापित करने की योजना है।
यह पुल न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि शहर के नागरिकों के लिए विभिन्न सेवाएं और मनोरंजन के अवसर भी उपलब्ध कराएगा। उम्मीद है कि इस भव्य फ्लाईओवर का उद्घाटन जल्द ही किया जाएगा।
नगर निगम आयुक्त डीएन मोदी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “जामनगर में 3.5 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जा रहा है, जो शहर के केंद्र में सुभाष ब्रिज से शुरू होकर पुल के अंतिम बिंदु तक फैला हुआ है। पूरा होने पर, यह सौराष्ट्र का सबसे लंबा फ्लाईओवर होगा।”
उन्होंने कहा कि पुल की अनुमानित लागत लगभग 227 करोड़ रुपए है और इसके अगले 2.5 वर्षों में पूरी तरह से पूरा होने की उम्मीद है। निर्माण कार्य पूरा होने वाला है, जिसके बाद इसका उद्घाटन किया जाएगा।
–आईएएनएस
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