नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
–आईएएनएस
एकेजे
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
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खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।
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नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम करने पर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वे दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं।
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल भाजपा-आरएसएस की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, हिन्द के जवाहर का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती।
उनकी यह टिप्पणी एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में गुरुवार को नाम बदलने का निर्णय लिए जाने के एक दिन बाद आई है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष हैं।
सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी. किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
संग्रहालय का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में तीन मूर्ति परिसर में किया गया था, जो 1948 से 1964 में उनकी मृत्यु तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था।