नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। राजस्थान के रण में अशोक गहलोत को हरा कर सत्ता से बाहर करने के मिशन में जुटी भाजपा कई स्तरों पर जोर-शोर से तैयारी कर रही है। प्रदेश में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है और भाजपा उसे हराकर प्रदेश में अपनी सरकार बनाना चाहती है। लेकिन दोनों ही राजनीतिक दल गुटबाजी की समस्या से भी त्रस्त हैं।
कांग्रेस आलाकमान ने बीच-बचाव कर भले ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट को दिल्ली में एक साथ खड़ा कर दिया हो लेकिन पायलट के तेवर में फिलहाल बहुत ज्यादा कमी नहीं नजर आ रही है। वहीं भाजपा भी अपने नेताओं की आपसी गुटबाजी से त्रस्त है।
एक तरफ राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया हैं, जो अभी भी अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं हैं तो दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ सहित कई अन्य नेता भी लगातार चर्चा में हैं।
दरअसल, इस साल जिन पांच राज्यों – मिजोरम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधान सभा का चुनाव होना है उनमें से भाजपा को सबसे ज्यादा उम्मीद राजस्थान से है। पार्टी आलाकमान का यह मानना है कि अगर सभी नेता एकजुट होकर चुनाव लड़ें तो राजस्थान में भाजपा की सरकार बननी तय है।
यही वजह है कि प्रदेश में नेताओं के बीच जारी गुटबाजी को खत्म करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक दिल्ली में कई बार बैठकें कर चुके हैं और राजस्थान से आने वाले सभी नेताओं को नसीहत भी दे चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल ही में अजमेर में हुई बड़ी रैली में सभी बड़े नेताओं को मंच पर बैठाकर पार्टी ने यह राजनीतिक संदेश देने का भी प्रयास किया कि पार्टी एकजुट होकर चुनावी मैदान में जाने को तैयार है।
राजस्थान की राजनीतिक परिस्थितियों और पार्टी की रणनीति को लेकर आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा के एक दिग्गज राष्ट्रीय नेता ने बताया कि राजस्थान की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए पार्टी प्रदेश में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का मन बना रही है, यानी पार्टी प्रदेश में किसी भी नेता को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करेगी और चुनावी नतीजे आने के बाद यह तय किया जाएगा कि मुख्यमंत्री किसे बनाना है।
चुनाव अभियान के दौरान पार्टी अपने सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी के चेहरे और काम को सामने रखकर, अशोक गहलोत सरकार की खामियों को उजागर करेगी और प्रदेश की जनता से डबल इंजन सरकार के लिए वोट करने का आग्रह करेगी।
दरअसल, प्रदेश भाजपा में बहुत गहरे तक घुस चुकी गुटबाजी को खत्म करने के लिए भाजपा आलाकमान ने इसी वर्ष मार्च में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया को हटाकर चित्तौड़गढ़ से लोक सभा सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। आलाकमान ने उन्हें राजस्थान में गुटबाजी खत्म कर सभी नेताओं को साथ लेकर विधान सभा चुनाव की तैयारी करने के निर्देश के साथ जयपुर भेजा था।
आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं लोक सभा सांसद सीपी जोशी ने प्रदेश संगठन में व्याप्त गुटबाजी के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, पार्टी में कोई एक व्यक्ति काम नहीं करता है, पूरा संगठन मिलकर काम करता है। हमारा लक्ष्य कांग्रेस की सरकार को हराना है, भाजपा को लाना है और जनता ने भी मन बना लिया है कि राजस्थान में भाजपा की सरकार लानी है और इसके लिए हम सब लोग मिलकर एकजुटता से काम कर रहे हैं।
लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने का आधार क्या है और राजस्थान की जनता को बताने के लिए भाजपा के पिटारे में क्या है?
आईएएनएस द्वारा पूछे गए इस सवाल का जवाब देते हुए सीपी जोशी ने कहा कि वो पिछले 9 साल के दौरान मोदी सरकार द्वारा किए गए कामों और गहलोत सरकार की नाकामियों एवं वादाखिलाफियों के मुद्दे को लेकर राजस्थान की जनता से समर्थन मांगने जाएंगे और उन्हें पूरा विश्वास है कि राजस्थान में भाजपा की सरकार बनेगी।
जोशी ने गहलोत सरकार को वादाखिलाफी और घोषणावीर सरकार बताते हुए कहा कि राजस्थान की जनता को मालूम है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में जो विकास के काम हो रहे थे वो सारे काम गहलोत सरकार के सत्ता में आने के बाद रूक गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यह वादा किया था कि वे सभी किसानों का कर्जा माफ करेंगे लेकिन किसानों के साथ वादाखिलाफी की।
उन्होंने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था लेकिन बेरोजगारी भत्ता देना तो दूर की बात, उल्टे राजस्थान लोक सेवा आयोग जैसी पवित्र संस्था में भ्रष्टाचार का खुला तांडव कर, लाखों युवाओं का भविष्य गर्त में डालने का काम गहलोत सरकार ने किया।
उन्होंने कहा था कि बिजली के दाम एक बार भी नहीं बढ़ाएंगे लेकिन अनेक बार बिजली के दाम बढ़ाए। जोशी ने राजस्थान की जनता के महंगाई से त्रस्त होने की बात कहते हुए कहा कि देश में सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोल, सबसे ज्यादा महंगा डीजल और सबसे ज्यादा महंगी बिजली राजस्थान में है। महिलाओं, दलितों और बच्चों पर अत्याचार के मामले में राजस्थान सबसे आगे है। पेपर लीक के मामले में प्रदेश देश के सभी राज्यों से आगे है।
जोशी ने केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 9 सालों के दौरान मोदी सरकार ने इतना काम किया है जो काम कांग्रेस 60 साल में नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि देश में विकास का काम हुआ है तो देश की सीमाएं भी सुरक्षित हुई है, सेना का मनोबल बढ़ा है तो दुनिया में भारत का वैभव भी बढ़ा है और ये 9 साल हर ²ष्टि से बेमिसाल रहे हैं।
उन्होंने प्रचंड बहुमत से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि राज्य के लोग चाहते हैं कि दिल्ली में मोदी सरकार है तो राजस्थान में भी भाजपा की सरकार बने ताकि डबल इंजन की सरकार में प्रदेश का तेजी से विकास हो सके।
–आईएएनएस
एसटीपी/एसकेपी