लखनऊ, 15 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 फरवरी को राज्य विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों से जिलों का दौरा करने को कहा है।
मंत्रियों को उद्यमियों, व्यापारियों और युवाओं से मिलकर उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के सफल आयोजन की जानकारी देने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी का प्रसार करना चाहिए कि कैसे यूपीजीआईएस-2023 राज्य को भारत की अर्थव्यवस्था का विकास इंजन बनाने में मदद करेगा और युवाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक आयोजित यूपीजीआईएस में 33.50 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए।
मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा कि लखनऊ के अलावा प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण शहरों में भी कैबिनेट की बैठकें आयोजित की जानी चाहिए।
उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वे अपने-अपने विभागों को प्राप्त निवेश प्रस्तावों की तुरंत समीक्षा करें। दरअसल, राज्य सरकार ने छह महीने के भीतर निवेश के लिए प्राप्त प्रस्तावों को लागू करने के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभागों को इस संबंध में औद्योगिक विकास विभाग से आवश्यक सहयोग लेना चाहिए और यूपी को निवेश करना चाहिए।
जीआईएस-2023 से पहले सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षाविदों के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के दौरों के बारे में एक रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए और भविष्य में इस तरह के और दौरे आयोजित किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले एक सप्ताह में यूपीजीआईएस-2023 और जी20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किं ग ग्रुप की बैठकों का सफल आयोजन किया। तीन दिवसीय यूपीजीआईएस-2023 रविवार को संपन्न हुआ, वहीं तीन दिवसीय जी20 डीईडब्ल्यूजी बैठक बुधवार को समाप्त होगी।
उन्होंने कहा कि यूपीजीआईएस-2023 में 40 देशों की भागीदारी देखी गई और मित्र राष्ट्रों सहित 36 देशों के प्रतिनिधि जी20 डीईडब्ल्यूजी बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
यूपीजीआईएस-2023 ने निवेश आकर्षित करने का रिकॉर्ड बनाया है और बुंदेलखंड और पूर्वांचल के पिछड़े क्षेत्रों में भी रिकॉर्ड निवेश का प्रस्ताव आया है, जो राज्य को भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
–आईएएनएस
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