नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। जीएसटी में किए गए सुधारों का एक बड़ा सकारात्मक असर भारतीय सेना पर भी पड़ने जा रहा है। इस विषय पर जानकारी देते हुए भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बताया कि भारतीय सेना के आधुनिकीकरण, ट्रेनिंग और रिसर्च में इससे काफी लाभ होगा। जहां पहले के मुकाबले अधिक रिसर्च वर्क किए जा सकेंगे, वहीं सेना के लिए नए उपकरण भी खरीदे जा सकेंगे। सबसे बड़ी बात है कि मिलिट्री यूएवी पर जीएसटी शून्य कर दिया गया है, जिससे सेना में उनके उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
सेना प्रमुख के मुताबिक भविष्य के युद्धों में इस प्रकार के आधुनिक उपकरणों का बहुत बड़ा रोल होने वाला है। भारतीय सेना प्रमुख ने शुक्रवार शाम दिल्ली में ऑपरेशन सिंदूर पर लिखी गई एक पुस्तक का विमोचन किया। इसके उपरांत उन्होंने यह बातें कहीं। जीएसटी में किए गए सुधारों को लेकर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि सबसे पहले तो जीएसटी के लिए मैं इस सरकार को धन्यवाद देना चाहूंगा। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इन निर्णयों से हमारे डिफेंस कॉरिडोर को बहुत बढ़ावा व प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि वहां पर पहले के मुकाबले ज्यादा निवेश कर सकते हैं और उसका रिजल्ट हमें दोगुना मिलेगा। सेना प्रमुख ने कहा कि जीएसटी सुधार का सकारात्मक असर रक्षा उद्योग से जुड़े एमएसएमई और स्टार्टअप पर भी पड़ेगा। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि एमएसएमई या जो स्टार्टअप होते हैं उनके पास फंड कम होता है। फंड की कमी होने के कारण एमएसएमई और स्टार्टअप को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हालांकि अब जीएसटी कम होने के कारण इन्हें काफी बूस्ट मिलेगा।
सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना तीन चीजें मुख्य तौर पर देखती है। इनमें रिसर्च और डेवलपमेंट व ट्रेनिंग शामिल है। उन्होंने कहा कि तीसरी महत्वपूर्ण चीज है मॉडर्नाइजेशन, यानी सेना का आधुनिकरण। उन्होंने कहा कि रिसर्च एंड डेवलपमेंट की बात करें तो हमारे इस विषय से जुड़े कई प्रोजेक्ट हैं, जैसे कि आईडेक्स एवं अन्य प्रोजेक्ट हैं। उन्होंने कहा कि रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर जो भी जीएसटी लगेगा, अब उसे हमें वापस कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस नियम के चलते अब बहुत लोग रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर अपना पैसा लगा सकेंगे। सेनाध्यक्ष ने यहां ट्रेनिंग का भी जिक्र किया।
सेना प्रमुख के मुताबिक जीसीटी में किए गए परिवर्तन से भारतीय सेना की ट्रेनिंग के क्षेत्र में भी सहूलियत बढ़ेगी। सेना प्रमुख का कहना था कि भारतीय सेना को ट्रेनिंग के लिए बहुत से सिम्युलेटर का इस्तेमाल करना होता है। इन सिम्युलेटर पर जीएसटी लगता था। सेना प्रमुख का कहना था कि सिम्युलेटर पर जीएसटी नहीं लगेगा, यानी सिम्युलेटर यदि जीरो जीएसटी के साथ मिलते हैं तो हम पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा सिम्युलेटर खरीद सकेंगे। इसका नतीजा यह होगा कि हम ज्यादा लोगों को ट्रेनिंग के लिए सिम्युलेटर उपलब्ध करा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि सेना के मॉर्डनाइजेशन पर भी जीएसटी का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। सेनाध्यक्ष ने बताया कि मॉडर्नाइजेशन की बात करें तो हमारे पास भारी सैन्य उपकरण भी हैं और हल्के उपकरण भी हैं। उन्होंने बताया कि भारी उपकरणों पर जीएसटी की दरें 18 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इसके कारण अब जो हमें सेना का आधुनिकीकरण करना है, भारी उपकरण बनाने हैं और उपकरणों को अपग्रेड करना है, उसमें काफी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि मिलिट्री यूएवी पर जीएसटी जीरो प्रतिशत कर दिया गया है, यानी इसे जीएसटी के दायरे से बाहर कर दिया गया है।
सेना प्रमुख ने कहा कि इससे बहुत बड़ा फायदा होगा। उनका कहना था कि मिलिट्री यूएवी से जीएसटी पूरी तरह हटा लेने से इसको काफी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि आने वाले युद्ध में मिलिट्री यूएवी, ड्रोन और काउंटर यूएवी का काफी इस्तेमाल होगा एवं इनकी बड़ी भूमिका होगी। भारतीय सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने जीएसटी की दरों में किए गए इस सुधार के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी की बात है।
–आईएएनएस
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