नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा भारत की वित्त वर्ष 2024 की जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 6.1 फीसदी से बढ़ाकर 6.3 फीसदी करने और कई कॉरपोरेट्स से मजबूत तिमाही बिजनेस अपडेट आने के बाद बाजार का रुख बदला और सेंटीमेंट्स पॉजिटिव हुए। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने ये बात कही है।
बुधवार को निफ्टी 0.62 फीसदी या 121.5 अंक ऊपर उठ कर 19,811.35 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 394 अंक या 0.60 फीसदी ऊपर 66,473.05 पर बंद हुआ।
ऑटो, एफएमसीजी और रियल्टी मुनाफा कमाने वालों में प्रमुख थे, जबकि पीएसयू बैंक और आईटी लाल निशान में बंद हुए।
खेमका ने कहा, “आगे हमें उम्मीद है कि सकारात्मक वैश्विक संकेतों, अमेरिकी बांड यील्ड में कमी और मजबूत घरेलू आर्थिक स्थिति के कारण बाजार की गति जारी रहेगी। इसके अलावा, दूसरी तिमाही के परिणामों की शुरुआत के साथ, हम बहुत सारे स्टॉक में तेजी की उम्मीद करते हैं।”
आईटी सेक्टर फोकस में रहेगा। टीसीएस वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा करेगा, उसके बाद गुरुवार को इंफोसिस और एचसीएल टेक की घोषणा होगी।
निवेशक बुधवार देर रात जारी होने वाले एफओएमसी मीटिंग मिनट्स और यूएस कोर पीपीआई डेटा से संकेत लेंगे। खेमका ने कहा कि बाजार गुरुवार को जारी होने वाले यूके जीडीपी डेटा, भारत सीपीआई और विनिर्माण आउटपुट डेटा और यूएस सीपीआई डेटा पर भी नजर रखेंगे।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बाजार का दायरा मजबूत है। निवेशकों का मानना है कि मध्य पूर्व की झड़प लोकल फैक्टर बनी रहेगी और इसका असर कच्चे तेल की कीमत पर नहीं पड़ेगा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के स्टेटमेंट के बाद यूएस 10-वर्षीय बांड यील्ड कम हो गई।
उन्होंने कहा, देखें तो खाद्य और ईंधन मुद्रास्फीति में कमी के कारण सितंबर सीपीआई में गिरावट की उम्मीद है। दूसरी तिमाही की आय का मौसम आईटी क्षेत्र के परिणाम के साथ शुरू होगा। कॉरपोरेट्स अच्छे परिणाम दे सकते हैं।
–आईएएनएस
एसकेपी