नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़े हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। इसमें आगे और भी तेजी आएगी।
पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी/
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नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़े हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। इसमें आगे और भी तेजी आएगी।
पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़े हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। इसमें आगे और भी तेजी आएगी।
पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़े हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। इसमें आगे और भी तेजी आएगी।
पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़े हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। इसमें आगे और भी तेजी आएगी।
पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़े हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। इसमें आगे और भी तेजी आएगी।
पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।
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नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़े हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। इसमें आगे और भी तेजी आएगी।
पीएम मोदी ने कहा,”हमारे देश के मेहनती लोगों की बदौलत वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि इस बात का उदाहरण है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह भविष्य की घटनाओं का केवल एक ट्रेलर है।”
शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन से देश की विकास दर में तेजी आई है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई है, जो 2022-23 में -2.2 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में 2023-24 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 1.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र देश के इंजीनियरिंग संस्थानों और कॉलेजों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार ने भू-राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े चीन के विकल्प के रूप में उभरने में भारत की मदद करने के लिए स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रोन और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम शुरू की है। इससे निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिक रोजगार सृजित करने के लिए राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों के विकास में निवेश बढ़ाया है। इसके कारण वस्तुओं और सेवाओं मांग बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौजूदा विकास गति भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता प्रदर्शित करती है। यह मजबूत घरेलू बाजार पर आधारित है, जिसने देश को वैश्विक मंदी से बचाने में मदद की है।
भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया गया है, जबकि चीन महामारी के बाद उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है और यूरोपीय देश मंदी से किसी तरह बचे हैं।