सैन फ्रांसिस्को, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। गूगल ने क्रोम जीरो-डे वल्नरेबिलिटी को संबोधित करने के लिए एक इमरजेंसी पैच जारी किया है, जिसमें उन्होंने माना है कि ऐसा हो रहा है। यह साल की शुरुआत के बाद से जारी किया गया आठवां पैच है।
गूगल ने एक ब्लॉगपोस्ट में सुरक्षा सलाह जारी करते हुए लिखा, “गूगल को पता है कि सीवीआई-2023-7024 (एक प्रकार का बग) मौजूद है।”
टेक जांयट ने स्टेबल डेस्कटॉप चैनल में यूजर्स के लिए जीरो-डे की खामी को ठीक कर दिया, गूगल को इसकी सूचना दिए जाने के एक दिन बाद विंडोज यूजर्स (120.0.6099.129/130), मैक और लिनक्स यूजर्स (120.0.6099.129) के लिए पैच किए गए वर्जन ग्लोबल लेवर पर जारी किए गए।
बग की खोज और रिपोर्ट गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप (टीएजी) के क्लेमेंट लेसिग्ने और व्लाद स्टोलारोव ने की थी।
ब्लीपिंग कंप्यूटर के अनुसार, टीएजी सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स का एक ग्रुप है, जिसका प्राथमिक लक्ष्य गूगल कस्टमर्स को स्टेट-स्पांसर्ड अटैक से बचाना है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मोजिला फायरफॉक्स, सफारी और माइक्रोसॉफ्ट एज सहित कई वेब ब्राउजर रीयल-टाइम टाइम कम्युनिकेशंस (आरटीसी) क्षमताओं (जैसे, वीडियो स्ट्रीमिंग, फाइल शेयरिंग और वीओआईपी टेलीफोनी) प्रदान करने के लिए जावा स्क्रिप्ट एपीआई का उपयोग करते हैं।
गूगल ने कहा, “बग डिटेल्स और लिंक तक एक्सेस तब तक प्रतिबंधित रखा जा सकता है, जब तक कि अधिकांश यूजर्स को समाधान के साथ अपडेट नहीं किया जाता है।”
इस बीच, गूगल यूजर्स को प्रोडक्ट असिस्टेंस प्रदान करने के लिए अपने कुछ हेल्प पेज पर एक नया “एआई सपोर्ट असिस्टेंट” चैटबॉट शुरू कर रहा है।
–आईएएनएस
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