हरारे, 8 जुलाई (आईएएनएस)। जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज के दूसरे मैच में यंग टीम इंडिया ने शानदार कमबैक करते हुए मेजबान टीम को 100 रनों से हराया। इस जीत के सबसे बड़े हीरो रहे युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा, जिन्होंने डेब्यू मैच में शून्य पर आउट होने के बाद अगले ही मैच में शतक जड़ा।
अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का दूसरा टी20 मैच खेल रहे 23 वर्षीय ऑलराउंडर ने रविवार को 46 गेंदों में तूफानी शतक जड़ा।
46 गेंदों में बनाया गया यह शतक पुरुषों के टी20आई में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाया गया संयुक्त तीसरा सबसे तेज शतक है।
रोहित शर्मा का 2017 में 35 गेंदों में शतक और सूर्यकुमार यादव का 2023 में 45 गेंदों में शतक, दोनों ही श्रीलंका के खिलाफ भारत के लिए दो सबसे तेज शतक हैं। जबकि केएल राहुल ने भी 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 46 गेंदों में ही शतक जड़ा था।
पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभिषेक ने कहा, “यह मेरी कड़ी मेहनत का फल है। मेरे पिता का विशेष धन्यवाद, जिन्होंने मुझे हमेशा लॉफ्टेड शॉट (जहां बल्लेबाज गेंद को बड़ा शॉट खेलने के इरादे से क्षेत्ररक्षकों के सिर के ऊपर से मारने की कोशिश करता है) खेलने के लिए प्रेरित किया।
“आमतौर पर कोच आपको लॉफ्टेड शॉट खेलने की अनुमति नहीं देते हैं। मेरे पिता मुझसे कहते थे कि अगर तुम लॉफ्टेड शॉट खेलना चाहते हो, तो उसे मैदान से बाहर जाना चाहिए। मेरे लिए, यह बचपन से ही रहा है कि अगर मैं आत्मविश्वास से भरा हूं, तो मैं खुद को अभिव्यक्त करना पसंद करता हूं।”
युवा खिलाड़ी ने छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर 14वें ओवर में लगातार तीन छक्के लगाकर अपना शतक पूरा किया, जिससे वह पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय बन गए।
शुभमन गिल ने भी कुछ ऐसा ही किया है, लेकिन उनके लगातार छक्कों ने उन्हें 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे में 200 रन पूरे करने में मदद की।
युवा सलामी बल्लेबाज ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने दूसरे टी20 मैच में अपने बचपन के दोस्त और अंडर-19 टीम के साथी शुभमन गिल के बल्ले का इस्तेमाल किया, ऐसा कुछ जो वह पहले भी नियमित रूप से करते रहे हैं।
गिल और अभिषेक ने अंडर-12 वर्ग में एक साथ खेलना शुरू किया था। दोनों ने 2018 आईसीसी पुरुष अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भी एक साथ खेला, जहां भारत ने खिताब अपने नाम किया।
अभिषेक ने युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन का श्रेय इंडियन प्रीमियर लीग के अनुभव को दिया, जिसने उन्हें दबाव को संभालने में मदद की।
अभिषेक ने स्वीकार किया कि सीरीज के पहले मैच में हारने के बाद खिलाड़ी निराश थे, खासकर तब जब हाल ही में भारत ने टी20 विश्व कप जीता है।
–आईएएनएस
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