नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। भारत में होने जा रहे जी-20 समिट को भाजपा एक बड़े सियासी हथियार के रूप में भुनाने जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की लगातार बढ़ रही साख का जिक्र करने वाली भाजपा अब जी-20 सम्मेलन के लिए दिल्ली में जुटने वाले दुनिया के सबसे ताकतवर और अमीर कहे जाने वाले देशों के राष्ट्राध्यक्षों की संख्या, व्यवहार और भारत को लेकर उनके द्वारा दिए जाने वाले सकारात्मक बयानों के सहारे देश भर में भाजपा के पक्ष में सकारात्मक चुनावी माहौल बनाने का प्रयास करेगी।
बताया जा रहा है कि भाजपा राजनीतिक रूप से जी-20 सम्मेलन का जिक्र करते हुए देश के आम मतदाताओं तक यह संदेश पहुंचाने का प्रयास तो करेगी ही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने न केवल जी-20 सम्मेलन की सफल मेजबानी की, बल्कि इसके साथ ही दुनियाभर में भारत का कद बढ़ा है और मोदी के नेतृत्व में ही भारत फिर से विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है।
आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा के एक नेता ने बताया कि भारत को मिली जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता, सम्मेलन का कार्यक्रम और सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों, मंत्रियों एवं डेलिगेट्स के भारत के विभिन्न शहरों के भ्रमण और इससे जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर एक समावेशी कार्यक्रम बनाया जाएगा जिसका देशभर में बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वाहन पर भाजपा पहले से ही इसे देशभर में जनभागीदारी का कार्यक्रम बनाने में जुटी हुई है लेकिन पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के शब्दों में कहें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की मेजबानी में देश में हो रहा जी-20 का शिखर सम्मेलन बदलते भारत का प्रतीक है और पार्टी कार्यकर्ता निश्चित तौर पर भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्रतिष्ठा को दुनिया भर से मिल रही स्वीकृति को गर्व और गौरव के साथ देश की जनता तक पहुंचाएंगे और उन्हें यह भी बताएंगे कि भारत को यह मान-सम्मान इसलिए मिल रहा है क्योंकि देश की जनता ने 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाया था।
जी-20 को लेकर भाजपा की रणनीति बिल्कुल साफ है। पार्टी अपने केंद्रीय मंत्रियों, राज्यों के मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों से लेकर प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों एवं बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के जरिए देश भर में जी-20 की उपलब्धियों का प्रचार- प्रसार करेगी।
भाजपा सप्ताह के सातों दिन और 24 घंटे काम करने वाले देशभर में फैले अपने 225 से ज्यादा कॉल सेंटर के जरिए बड़े पैमाने पर इसको भुनाने की कोशिश करेगी। इन कॉल सेंटर्स पर बैठकर पार्टी के 20 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता ( टेलीकॉलर्स) लोक सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार प्रसार करेंगे और इसमें जी-20 से जुड़ी उपलब्धियों को खासतौर पर बताया जाएगा।
पार्टी सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर भी इस उपलब्धि को जोर-शोर से भुनाने की तैयारी कर रही है। भाजपा देश भर में सोशल मीडिया के लिए 25 लाख सोशल मीडिया योद्धा तैयार कर रही है जिनके जरिए पार्टी की योजना देश के 10 करोड़ मतदाताओं से संपर्क साधने की है।
बताया जा रहा है कि जी-20 सम्मेलन से जुड़े खास मौकों या भारत के लिए महत्वपूर्ण मौकों के छोटे-छोटे ड्यूरेशन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर न केवल शेयर किया जाएगा बल्कि अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी उन्हें शेयर करवाकर उसे ज्यादा से ज्यादा ट्रेंड करवाया जाएगा।
भाजपा पार्टी और सरकार, दोनों ही स्तरों पर जी-20 शिखर सम्मेलन को बड़ी और ऐतिहासिक कामयाबी के तौर पर दर्ज करवाना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक, इसी महीने 18 से 22 सितंबर के दौरान बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में भी जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल समापन और भारत की उपलब्धियों को लेकर विशेष चर्चा हो सकती है। मतलब बिल्कुल स्पष्ट है कि भाजपा संसद से लेकर सड़क तक जी-20 की मेजबानी को एक बड़े सियासी हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने जा रही है।
–आईएएनएस
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