नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। जी20 फाइनेंस और सेंट्रल बैंक के प्रतिनिधियों की बुधवार को हुई बैठक में महामारी की रोकथाम की तैयारियों के लिए वित्त और स्वास्थ्य मंत्रालयों के बीच समन्वय व्यवस्था को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
दो दिवसीय बैठक, जो मंगलवार को बेंगलुरु में शुरू हुई थी, का समन्वय भारत के आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ और आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने किया था।
बेंगलुरु में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए सेठ ने बताया कि एजेंडे को वसुधैव कुटुंबकम् की भारत की जी20 अध्यक्षता थीम को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया। बैठक में जी20 सदस्य देशों के साथ-साथ आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों सहित 160 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सेठ ने कहा कि सदस्यों ने मुद्रास्फीति, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा जैसी वैश्विक आर्थिक चुनौतियों से जुड़े मामलों पर चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक के दौरान प्रतिनिधियों ने वैश्विक ऋण संकट, पूंजी प्रवाह और जलवायु कार्रवाई पर अगले साल किए जाने वाले काम की रणनीतियों पर चर्चा की।
सेठ ने कहा कि सदस्यों ने वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त वित्तीय नियमों के लिए प्राथमिकताओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया। क्रिप्टोकरेंसी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों ने क्रिप्टो को लेकर अपना नजरिया अपनाया है और इसके आसपास बेहतर रेगुलेशन सुनिश्चित करने के लिए एक वैश्विक सहमति बनाई जानी चाहिए।
सेठ ने कहा, सीबीडीसी के मैक्रोइकॉनॉमिक निहितार्थ जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत के कार्यकाल के दौरान चर्चा किए जाने वाले प्राथमिकता वाले मुद्दों में से एक है।
–आईएएनएस
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