जूनागढ़, 22 जून (आईएएनएस)। गुजरात पुलिस ने समा सरफराज नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की है, जिस पर फेसबुक पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने का मामला दर्ज किया गया है।
जूनागढ़ में एक धार्मिक ढांचे के विध्वंस की चिंताओं को लेकर दंगा भड़क उठा, इसके बाद आरोपी ने सांप्रदायिक तनाव भड़काने और नफरत फैलाने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किया। मामला जूनागढ़ बी डिवीजन पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, सरफराज ने कथित तौर पर फेसबुक पर भड़काऊ सामग्री साझा की, जिसमें दरगाह के पास हुए दंगों के वीडियो भी शामिल थे। पाया गया कि ये पोस्ट एक विशिष्ट समुदाय की धार्मिक भावनाओं को गहराई से आहत करती हैं, जिससे संभावित रूप से दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
फेसबुक ब्राउजिंग करते समय कई पोस्ट देखने के बाद जेठा कोदियातर ने शिकायत दर्ज कराई। एफआईआर में कहा गया है कि आरोपी ने कथित तौर पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें धार्मिक ढांचे को ध्वस्त करने के जिला अधिकारियों के फैसले के जवाब में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों से मामले को अपने हाथों में लेने का आग्रह किया गया था।
शहर में दरगाहों पर लगाए गए विध्वंस नोटिसों के संबंध में एक मुस्लिम संगठन द्वारा उठाई गई आपत्तियों के जवाब में, गुजरात हाईकोर्ट ने मामले पर ध्यान दिया है और एक नोटिस जारी किया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में हिंसा तब भड़की जब जूनागढ़ में माजेवाडी गेट दरगाह को ध्वस्त करने का नोटिस जारी किया गया। स्थिति बिगड़ने के परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की मौत हो गई और पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए।
अब तक 500 से अधिक व्यक्तियों पर दंगा करने का आरोप लगाया गया है और अशांति के सिलसिले में 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दंगों में 62 वर्षीय एक व्यक्ति की जान चली गई और जूनागढ़ के डिप्टी एसपी हितेश धांधलिया सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। अराजकता के परिणामस्वरूप एक पुलिस चौकी, कई पुलिस वाहनों और एक राज्य परिवहन बस में तोड़फोड़ की गई।
–आईएएनएस
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