येरेवन (आर्मेनिया), 4 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज हार्दिक पंवार (80 किग्रा), अमीषा (54 किग्रा) और प्राची टोकस (80+ किग्रा) ने यहां आईबीए जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के अपने-अपने फाइनल में हार के बाद रजत पदक जीते।
एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
–आईएएनएस
एएमजे/एबीएम
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येरेवन (आर्मेनिया), 4 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज हार्दिक पंवार (80 किग्रा), अमीषा (54 किग्रा) और प्राची टोकस (80+ किग्रा) ने यहां आईबीए जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के अपने-अपने फाइनल में हार के बाद रजत पदक जीते।
एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
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येरेवन (आर्मेनिया), 4 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज हार्दिक पंवार (80 किग्रा), अमीषा (54 किग्रा) और प्राची टोकस (80+ किग्रा) ने यहां आईबीए जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के अपने-अपने फाइनल में हार के बाद रजत पदक जीते।
एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
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येरेवन (आर्मेनिया), 4 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज हार्दिक पंवार (80 किग्रा), अमीषा (54 किग्रा) और प्राची टोकस (80+ किग्रा) ने यहां आईबीए जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के अपने-अपने फाइनल में हार के बाद रजत पदक जीते।
एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
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एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
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इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
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एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
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एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
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इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
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ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
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एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
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इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
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एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।
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एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
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एशियाई जूनियर चैंपियन हार्दिक को रूस के एशुरोव बैरमखान के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाज मुकाबले में आक्रामक दिखे। उन्होंने अंक हासिल करने के हर मौके को भुनाया। हालांकि, एशुरोव ने परिणाम को अपने पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस बीच लड़कियों के वर्ग में अमीषा और प्राची को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जहां अमीषा कजाकिस्तान की अयाज़ान सिदिक से हार गईं। वहीं प्राची ने कड़ी प्रतिद्वंद्वी दो बार की एशियाई जूनियर चैंपियन उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी नतीजा नहीं बदल सकीं।
मौजूदा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत पहले ही पांच कांस्य सहित 17 पदक हासिल कर चुका है।
ये सभी मुक्केबाज प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
नेहा (46 किग्रा), निधि (66 किग्रा), परी (50 किग्रा), कृतिका (75 किग्रा) और सिकंदर (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में अपना अभियान समाप्त करने के बाद कांस्य पदक सुरक्षित कर लिया है।