रांची, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की ओर से सितंबर में आयोजित भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ आयोग के कार्यालय के पास छात्रों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने छात्रों के प्रदर्शन को विपक्ष की साजिश करार दिया।
मनोज पांडेय ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि यह विपक्ष की साजिश है। विपक्षी बौखला गए हैं, क्योंकि झारखंड में इंडिया गठबंधन की मजबूत सरकार है। राज्य सरकार युवाओं को रोजगार और नौकरियां देने को गंभीर है, उन्हें इसी बात की बेचैनी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के लोग छात्रों को भ्रमित कर रहे हैं और भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। जहां तक मुझे जानकारी है छात्रों में कोई ऐसा उबाल नहीं है। सड़कों पर अभी बहुत छोटी संख्या में छात्र नजर आ रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई भी छात्र इनके बहकावे में या झांसे में आ पाएगा। छात्रों को पता है कि सरकार ने एक लाख नौकरियों का कैलेंडर जारी कर दिया है। अभी उनके सामने कई विकल्प हैं। छात्रों को नौकरियां मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार है, तो हम सभी लोग भरोसा कर सकते हैं। तमाम छात्र तैयारियों में जुट जाएं और जो सामने आने वाली भर्ती हैं, उनकी तैयारी करें। निश्चित रूप से सरकार उनको नौकरियां देने का काम करेगी।
बता दें कि जेएसएससी की ओर से सितंबर में आयोजित भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ आयोग के कार्यालय के पास छात्रों ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। पुलिस ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे झारखंड राज्य छात्र संघ (जेएसएसयू) के नेता देवेंद्र नाथ महतो को हिरासत में ले लिया है।
–आईएएनएस
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