नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा के संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा है कि यूएस एनएसए जेक सुलिवन की नई दिल्ली यात्रा पहले से ही मजबूत अमेरिका-भारत संबंध को और मजबूत करेगी। इससे एक सुरक्षित और अधिक समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र बनेगा।
सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में किर्बी ने संवाददाताओं से कहा, “दुनिया के दो सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच मित्रता का एक अनूठा बंधन है। सुलिवन की यात्रा पहले से ही मजबूत यूएस-भारत साझेदारी को और मजबूत करेगी। इससे एक सुरक्षित और अधिक समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र बनेगा।”
सुलिवन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल से मुलाकात की।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों एनएसए ने हमारी रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी के अगले चैप्टर पर बातचीत की है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों एनएसए ने इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) क्षेत्रों में सुरक्षित, विश्वसनीय और लागत-प्रतिस्पर्धी प्रौद्योगिकी समाधान प्रदान करने के लिए समान विचारधारा वाले देशों के साथ समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया।
जनवरी 2023 में आईसीईटी के लॉन्च के बाद से दोनों देशों ने स्पेस, सेमीकंडक्टर, टेलीकॉम्युनिकेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम और ग्रीन एनर्जी सहित प्रमुख प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग को गहरा करने और इसे और विस्तार करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
नासा-इसरो एक साथ मिल कर सिंथेटिक अपर्चर रडार के प्रक्षेपण की तैयारी कर रहे हैं। दोनों के सहयोग से विकसित सैटेलाइट हर 12 दिन में दो बार पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। अमेरिका और भारत जलवायु परिवर्तन और अन्य वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करेंगे।
इसके अलावा, व्हाइट हाउस ने अमेरिकी अंतरिक्ष और भारतीय स्टार्टअप्स के बीच एक नई साझेदारी शुरू करने की घोषणा की, जिसमें डेटा फ्यूजन तकनीक और इन्फ्रारेड सेंसर सेमीकंडक्टर निर्माण को आगे बढ़ाना शामिल है।
किर्बी ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या के आरोपी निखिल गुप्ता के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया है।
अमेरिकी एनएसए की दो दिवसीय यात्रा मंगलवार को समाप्त हो रही है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में जो बाइडेन प्रशासन के किसी वरिष्ठ अधिकारी की पहली भारत यात्रा है।
–आईएएनएस
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