नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। लिकटेंस्टीन अदालत के एक आदेश ने भारत के जेट एयरवेज को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से निवेशकों में से एक से जुड़े धोखाधड़ी के आरोपों की जांच कर रहे अभियोजकों द्वारा जब्त की गई वस्तुओं में लक्जरी कारों और घड़ियों की एक बड़ी संख्या का खुलासा किया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अदालत की वेबसाइट पर प्रकाशित जून के फैसले के अनुसार, लिकटेंस्टीन में सर्वोच्च न्यायालय ने संपत्ति को मुक्त करने की अपील को खारिज कर दिया, इसमें सात पोर्श कारें, पांच रोलेक्स “बॉक्स” और 214,000 डॉलर मूल्य की क्लासिक कार सिम्युलेटर शामिल है।
ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के बीच स्थित छोटी सी रियासत में अभियोजकों द्वारा संदिग्ध धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए फ्लोरियन फ्रिट्च की जांच की जा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने ईमेल और संदेश का जवाब नहीं दिया।
मीडिया आउटलेट ने बताया, फ्रिट्च और उनकी निवेश कंपनी कालरॉक कैपिटल जेट एयरवेज को पुनर्जीवित करने के लिए चुने गए कंसोर्टियम का हिस्सा हैं, जो कभी भारत की शीर्ष निजी वाहक थी, जिसने 2019 में दिवालियापन के लिए दायर किया था। निवेशकों ने सितंबर के अंत तक 1 बिलियन डॉलर का निवेश करने का वादा किया है।
मुख्य अभियोजक रॉबर्ट वॉलनर ने कहा, लिकटेंस्टीन जांच आगे बढ़ गई है, लेकिन इसे पूरा होने में और समय लगेगा। वह फ्रिट्च की जांच के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे लेकिन ब्लूमबर्ग को दिए अपने जवाब में उन्होंने उनका नाम नहीं लिया।
वॉलनर ने ईमेल द्वारा कहा कि संदिग्धों की कई अपीलों के कारण बड़ी संख्या में जब्त किए गए दस्तावेज़ अभियोजकों के लिए पहुंच से बाहर हैं।
मीडिया आउटलेट ने उनके हवाले से कहा कि अब सील खोलने की प्रक्रिया चल रही है।
–आईएएनएस
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