नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। एशिया की लगभग 60 प्रतिशत शीर्ष कंपनियां व्यक्तिगत कार्य अनुभव और बेहतर सहयोग के साथ कर्मचारी प्रतिधारण को बढ़ाने के लिए 2025 तक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकियों को अपग्रेड करेंगी। एक नई रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
जेनेरेटिव एआई संगठनात्मक उन्नति के लिए एक गेम-चेंजर के रूप में उभरता है, जो तीन प्रमुख मोर्चों पर एक सहज टेपेस्ट्री बुनता है: इंटेलिजेंट डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग (आईडीपी), जेनेरेटिव ऑटोमेशन और नॉलेज शेयरिंग।
आईडीसी रिपोर्ट में भविष्यवाणी की गई है, “2026 तक, जेनएआई को स्मार्ट दस्तावेज़ प्रबंधन से जोड़ने वाले व्यवसाय इसका उपयोग करने, उत्पादकता, स्केलेबिलिटी बढ़ाने और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने के 20 प्रतिशत अधिक तरीके खोज लेंगे।”
कोड जनरेशन कोपायलट का उपयोग करने वाली व्यावसायिक टीमें 2024 तक कम-कोड और आईटी-समर्थित विकास की जगह, कार्य/वर्कफ़्लो स्वचालन के साथ नौकरियों को सुव्यवस्थित करने में 70 प्रतिशत सफलता दर प्राप्त करेंगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 में, GenAI उपकरण वरिष्ठ नेताओं को अप्रयुक्त अंतर्दृष्टि और ज्ञान की खोज करके असंरचित डेटा के उत्पादक उपयोग को दोगुना करने में सक्षम करेगा, जिससे स्थायी व्यावसायिक लाभों में 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
आईडीसी एशिया/प्रशांत फ़्यूचर की शोध कार्य विभाग की निदेशक डॉ. लिली फ़ान ने कहा, “कौशल विकास पर ध्यान देना वक्त की जरूरत है और यह रणनीतिक अनिवार्यता बन जाता है, क्योंकि जेनएआई वैयक्तिकृत विकास को सक्षम बनाता है। साथ ही, डिजिटल जुड़वां और स्थिरता के साथ कार्यस्थलों की पुनर्कल्पना कंपनियों के लिए प्रमुख फोकस के रूप में सामने आती है।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2027 तक जेनआई को अपनाने से संगठनों में 40 प्रतिशत मौजूदा नौकरी भूमिकाओं को फिर से परिभाषित किया जाएगा या समाप्त कर दिया जाएगा। ये उद्यम जेनएआई और हर जगह स्वचालन के जरिए 2027 तक उत्पादकता लाभ को 1 खरब डॉलर बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत प्रौद्योगिकी कौशल विकास का लाभ उठाएंगे।
–आईएएनएस
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