कोलकाता, 28 जनवरी (आईएएनएस)। कोलकाता के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के दो छात्रों पर उसी विश्वविद्यालय की एक दृष्टिबाधित छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के मालबाजार इलाके की निवासी छात्रा रेनेसां दास (20) ने 18 जनवरी को आत्महत्या कर ली थी।
घटना के आठ दिन बाद शुक्रवार को मृतका के परिजनों ने जेयू के एक छात्र और एक रिसर्च स्कॉलर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय माल थाने में शिकायत दर्ज कराई।
राज्य पुलिस के सूत्रों ने बताया, ”शिकायत में परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि रेनेसां दास ने पूरी तरह से मानसिक निराशा के कारण आत्महत्या कर ली। दरअसल, दोनों आरोपी छात्र कथित तौर पर विश्वविद्यालय परिसर में नशीले पदार्थ के सेवन करने के लिए उस पर मानसिक दबाव डाल रहे थे।”
पीड़िता के पिता विश्वजीत दास ने 10 दिन बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस देरी पर उन्होंने कहा, ”शुरू में परिवार के सदस्य दुर्घटना से इतने सदमे में थे कि वे फैसला लेने की स्थिति में नहीं थे।”
आखिरकार सदमे से बाहर निकलने के बाद हमने आरोपियों को सजा दिलाने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया। उन्होंने यह भी कहा कि जेयू के छात्र हॉस्टल के सामने एक नाबालिग फ्रेशर की रैगिंग से संबंधित आत्महत्या के बाद से उनकी बेटी सदमे की स्थिति में थी।
उस घटना के अलावा, आरोपी छात्र और शोध छात्र के लगातार दबाव ने उसे और भी अधिक उदास कर दिया। इसलिए हमने उसे अपने घर वापस लाने का फैसला किया और उसे मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए ले गए। परीक्षा के दिनों में ही वह अपनी मां के साथ कोलकाता जाती थी।
लेकिन आरोपी छात्र उसे लगातार फोन करते थे और परेशान करते थे। पता चला है कि पीड़िता के परिवार ने इस संबंध में शिकायत पत्र की एक प्रति जेयू अधिकारियों को भी भेज दी है। पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
–आईएएनएस
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