नई दिल्ली, 9 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने जांच एजेंसी ईडी के नोटिस को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के. कविता द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि शराब घोटाले के मामले में जांच एजेंसी के पास पुख्ता सबूत है और जेल भेजने का अधिकार मोदी सरकार के पास नहीं है बल्कि जेल भेजने का काम जांच एजेंसी और देश की अदालत करती है।
के. कविता पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर वो बेकसूर है तो उन्होंने और उनके साथियों ने बार-बार अपने मोबाइल हैंडसेट को नष्ट क्यों किया।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि बड़ा नेता और प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा केसीआर परिवार लगातार प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ गलत प्रचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में केसीआर को सिर्फ 9 सीटें मिली थी और 17 में से 8 सीटों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। रेड्डी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में केसीआर की पार्टी को जीरो सीट मिलने का दावा करते हुए यह भी कहा कि तेलंगाना की जनता केसीआर सरकार के परिवार राज, भ्रष्टाचार राज, निजाम राज और तानाशाही से तंग आ चुकी है और इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में भी हर हाल में केसीआर का हारना तय है।
महिला आरक्षण पर के. कविता को घेरते हुए रेड्डी ने कहा महिलाओं के उद्धार की बात करने वाले के.कविता के पिता को यह बताना चाहिए कि उनके सरकार के पहले कार्यकाल में एक भी महिला मंत्री क्यों नहीं थी ? महिला आरक्षण की मांग करने वाले केसीआर महिला आरक्षण विरोधी आरजेडी और सपा जैसे दलों के साथ क्यों खड़े हैं ?
जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीबीआई और ईडी मोदी सरकार ने नहीं बनाई है, यह कांग्रेस के जमाने से है और जो भी गलत करेगा उसे जेल जाना ही पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार में जो शराब घोटाला हुआ है, उसमें कई लोग गिरफ्तार किए गए हैं, सीबीआई और ईडी की जांच चल रही है। आप सरकार ने शराब नीति के नाम पर जो हजारों करोड़ रुपये लुटे हैं उसके बारे में जांच एजेंसी के पास पुख्ता सबूत है। शिकायत के आधार पर जांच जारी है, कई लोग जेल में है और कई लोगों पर जांच जारी है और इसी के तहत मुख्यमंत्री की बेटी को ईडी ने नोटिस दिया था लेकिन उन्होंने जांच एजेंसी से यह कहते हुए डेट बदलने का अनुरोध किया था कि वो महिलाओं के उद्धार के लिए धरना देने जा रही है और ईडी ने उनका यह अनुरोध मान लिया है।
उन्होंने कहा कि 2014 से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करना मोदी सरकार का एजेंडा है लेकिन केसीआर परिवार को न तो चुनाव आयोग पर भरोसा है न ही सुप्रीम कोर्ट, राज्यपाल पद, सीबीआई, ईडी और न ही जनता पर भरोसा है।
–आईएएनएस
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