अमरावती, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। करोड़ों रुपये के कौशल विकास निगम घोटाले के आरोप में राजमुंड्री सेंट्रल जेल में बंद नायडू की स्वास्थ्य स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के महासचिव नारा लोकेश ने कहा है कि अगर एन. चंद्रबाबू नायडू को जेल में कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी जिम्मेदार होंगे।
देशम पार्टी (टीडीपी) के महासचिव नारा लोकेश, नायडू के बेटे हैं। उन्होंने कहा कि जेल में उनके जीवन को खतरा है। उन्हें जानबूझकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उनकी सुरक्षा निस्संदेह खतरे में है।
लोकेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”सीबीएन (नायडू) एक गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं, वह समय पर चिकित्सा सहायता के बिना, मच्छरों, दूषित पानी, वजन घटाने, संक्रमण और एलर्जी से जूझ रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार नायडू को स्टेरॉयड देने की कोशिश कर रही है। उन्हाेंने पूछा “ऐसा क्या है जो सरकारी डॉक्टर और प्रशासन छुपाने की कोशिश कर रहे हैं?
इस बीच, टीडीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कोमारेड्डी पट्टाभिराम ने घोषणा की है कि पार्टी चंद्रबाबू नायडूको सुपर स्पेशलिटी अस्पताल या सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित करने के लिए कानूनी सहारा ले रही है, जहां सभी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने नायडू की स्वास्थ्य स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जेल अधिकारी सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। पट्टाभिराम ने कहा, “एक तरफ चंद्रबाबू डिहाइड्रेशन से पीड़ित हैं और दूसरी तरफ, उन्हें एलर्जी की कुछ समस्याएं हैं। जेल के अंदर उन्हें दिया गया चिकित्सा उपचार बिल्कुल भी संतोषजनक नहीं है।”
यह कहते हुए कि टीडीपी शुरू से ही जेल के अंदर मौजूदा स्थितियों पर विभिन्न संदेह व्यक्त करती रही है, पट्टाभिराम ने कहा कि नवीनतम स्वास्थ्य बुलेटिन के बाद न केवल उनके परिवार के सदस्य, बल्कि पूरा राज्य और वास्तव में पूरी दुनिया चंद्रबाबू की स्वास्थ्य स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त कर रही है।
इस बीच, पूर्व मंत्री और टीडीपी पोलित ब्यूरो सदस्य यानमाला रामकृष्णुडु ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया कि अगर जेल के अंदर चंद्रबाबू नायडू को कुछ होता है, तो मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी जिम्मेदार होंगे।
राजमुंदरी में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने पूछा कि जेल के उपाधीक्षक ने स्वास्थ्य बुलेटिन कैसे दिया जो डॉक्टरों को देना चाहिए। ‘जेल उपाधीक्षक द्वारा दिए गए स्वास्थ्य बुलेटिन में वास्तव में क्या है। उन्होंने सवाल किया, ”उपाधीक्षक ने किस रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य बुलेटिन दिया है।”
यह देखते हुए कि रक्त परीक्षण जैसे चिकित्सा परीक्षण भी नहीं किए गए हैं, यानमाला रामकृष्णुडु ने कहा कि चूंकि चंद्रबाबू की स्वास्थ्य स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए उन्हें त्वचा की एलर्जी हो गई है। उन्होंने कहा कि शुरू से ही राज्य सरकार और जेल अधिकारी चंद्रबाबू की स्वास्थ्य स्थिति पर गलत रिपोर्ट देते रहे हैं।
डॉक्टरों द्वारा मेडिकल परीक्षण करने के बाद ही संबंधित अधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य बुलेटिन दिया जाना चाहिए। यानमाला ने पूछा, लेकिन जेल उपाधीक्षक बुलेटिन कैसे जारी कर सकते हैं।
यानामाला ने कहा, ”स्वास्थ्य बुलेटिन में कहीं भी यह उल्लेख नहीं किया गया है कि डॉक्टरों ने प्रासंगिक परीक्षण किए हैं और यह केवल जेल के उपाधीक्षक द्वारा अपनी मर्जी से जारी किया गया है।”
–आईएएनएस
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