जबलपुर. शहर के कथित शिक्षा माफिया जॉय स्कूल संचालक अखिलेश मेबन की रिमांड दो दिन और बढ़ गई हैं, सचिव अनुराग श्रीवास्तव को जेल भेज दिया गया हैं वहीं स्कूल की फरार कोषाध्यक्ष कविता बलेचा की तलाश में पुलिस ने कई ठिकानों पर दबिश दी हैं. सूत्रों के मुताबिक स्कूल शिक्षा माफिया के खिलाफ जिला प्रशासन और पुलिस ने जब कार्रवाईयां शुरु की तब से शहर में सर्वाधिक बड़े और विवादित प्रबंधन वाले जॉय स्कूल के प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई न होने पर कार्रवाई पर लगातार सवाल उठ रहे थे.
जॉय स्कूल के खिलाफ न सिर्फ बड़ी संख्या में पीडि़त अभिभावकों द्वारा शिकायतें दर्ज कराई गई थीं बल्कि शिकायतों की जांच में आरोपों में सत्यता भी पाई गई. कभी लॉक डाउन के दौरान ऑनलाइन क्लास में सिगरेट पीने और कभी अभिभावकों के साथ मारपीट और अभद्रता के आरोपों विवादित कथित शिक्षा माफिया जॉय स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होते देख अचानक जिला प्रशासन के पास क्राइस्ट चर्च विजय नगर सहित अन्य शाखाओं एवं डीपीएस मंडला रोड सहित इसकी अन्य शाखाओं के खिलाफ भी अप्रत्याशित रूप से फीस वृद्धि, दुव्र्यव्यवहार एवं अभिभावकों पर शिकायतें न करने दबाव बनाने की शिकायतें जिला प्रशासन, पुलिस एवं शिक्षा विभाग में पहुंची हैं.
सूत्रों की मानें तो जॉय स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होते देख शहर में कई अभिभावकों में अन्य स्कूल प्रबंधनों के खिलाफ शिकायत करने पुन: सामथ्र्य जुटाया हैं. स्कूल सूत्रों से मिली शिकायतों के अनुसार इधर जॉय स्कूल प्रबंधन की कुडली खुलने के बाद क्राइस्ट चर्च और डीपीएस स्कूल प्रबंधकों ने भी गड़बडिय़ों पर पर्दा डालने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की शरण ली हैं. आनन-फानन में
इधर जॉय स्कूल प्रबंधन की मुसीबतें बढ़ी.
सूत्रों के अनुसार पुलिस की गिरफ्त में आए जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संचालक अखिलेश मेबन की मुसीबतें अब बढ़ती ही जा रही है. पुलिस ने न्यायालय से अखिलेश मेबन की दो दिन की रिमांड और प्राप्त कर ली है. वहीं सचिव अनुराग श्रीवास्तव को न्यायिक अभिरक्षा को जेल भेज दिया है. वहीं मामले में फरार स्कूल की कोषाध्यक्ष आरोपी कविता बलेचा लगातार ठिकाने बदल रहीं हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
होगी कड़ी पूछताछ
पुलिस अधिकारियों का ऐसा मानना है कि जॉय सीनियर सेकेंडरी के संचालक अखिलेश मेबन से दो दिन की रिमांड अवधि में और पूछताछ की जाएगी. जिसमें कई और महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकेगें, अखिलेश मेबन ने स्कूल व सोसायटी के नाम पर किए गए फर्जीवाड़ा की राशि का इस्तेमाल कहां किया है. अभी तक की गई पूछताछ में यह तो साफ हुआ है कि स्कूल संचालक अखिलेश मेबन ने कई बार विदेश यात्राएं की है, जिसमें इनके साथ अन्य लोग भी गए है, उन लोगों का भी पता लगाया जा रहा है. जो अखिलेश मेबन के साथ इन यात्राओं में शामिल रहे.
वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा बरामद किए गए दस्तावेजों की जांच, फर्जी क्यूआर कोड मामले में भी पुलिस द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है. खबर है कि पुलिस द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच के लिए पुलिस की एक टीम आरटीओ भी जाएगी.
नए सिरे से होगी पूर्व एआरटीओ संतोष पॉल के साथ संबंधों की जांच
खबर है कि पुलिस की एक जांच का बिन्दु यह भी है कि जॉय स्कूल के संचालक अखिलेश मेबन के पूर्व एआरटीओ से गहरे संबंध भी हैं क्योकि जब एआरटीओ संतोष पॉल के यहां पर राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम दबिश दी थी. उस वक्त यह खबर थी कि ईओडब्ल्यू की दबिश के पहले ही बहुत सा सामान जॉय स्कूल के संचालक अखिलेश मेबन के घर पर पहुंचा दिया गया था. जिसमें एआरटीओ की पत्नी की भूमिका अहम रही, अब देखना यह है कि पुलिस की जांच में यह बिन्दु कितना साफ होता है. इसके साथ ही पूर्व की खासतौर पर विजय नगर थाने में दर्ज हुई हर एफआईआर और शिकायतों को नए सिरे से जांच में लिया गया हैं जो श्री मेबन के खिलाफ दी गईं लेकिन कार्रवाई नहीं हो पाई.