अम्मान, 13 जून (आईएएनएस)। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इजराइली पुलिस की देखरेख में अल-अक्सा मस्जिद परिसर में इजराइलियों की घुसपैठ की निंदा की है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि बुधवार को हुई घुसपैठ की नवीनतम घटना की निंदा करते हुए जॉर्डन ने मस्जिद परिसर के अंदर इजराइलियों को बसाने की कवायद को भड़काऊ और इसकी पवित्रता का उल्लंघन बताया।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, “यह एक व्यवस्थित इजराइली नीति को दर्शाता है, जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ है।”
जॉर्डन ने इजराइल से मस्जिद परिसर में हो रहे घुसपैठ को रोकने और इसकी पवित्रता का सम्मान करने का आग्रह किया।
गाैरतलब है कि अल-अक्सा मस्जिद परिसर, जिसे यहूदी लोग टेंपल माउंट के नाम से जानते हैं, मुसलमानों और यहूदियों के लिए समान रूप से महत्व रखता है। इसे लेेेकर दोनों के बीच लंबे समय से विवाद जारी है।
1994 में जॉर्डन और इजराइल के बीच हुए शांति समझौते के अनुसार पूर्वी यरुशलम में स्थित मस्जिद परिसर की देखरेेख की जिम्मेदारी जॉर्डन की है। 1967 के मध्य पूर्व युद्ध के बाद इजराइल ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है।
–आईएएनएस
सीबीटी/
अम्मान, 13 जून (आईएएनएस)। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इजराइली पुलिस की देखरेख में अल-अक्सा मस्जिद परिसर में इजराइलियों की घुसपैठ की निंदा की है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि बुधवार को हुई घुसपैठ की नवीनतम घटना की निंदा करते हुए जॉर्डन ने मस्जिद परिसर के अंदर इजराइलियों को बसाने की कवायद को भड़काऊ और इसकी पवित्रता का उल्लंघन बताया।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, “यह एक व्यवस्थित इजराइली नीति को दर्शाता है, जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ है।”
जॉर्डन ने इजराइल से मस्जिद परिसर में हो रहे घुसपैठ को रोकने और इसकी पवित्रता का सम्मान करने का आग्रह किया।
गाैरतलब है कि अल-अक्सा मस्जिद परिसर, जिसे यहूदी लोग टेंपल माउंट के नाम से जानते हैं, मुसलमानों और यहूदियों के लिए समान रूप से महत्व रखता है। इसे लेेेकर दोनों के बीच लंबे समय से विवाद जारी है।
1994 में जॉर्डन और इजराइल के बीच हुए शांति समझौते के अनुसार पूर्वी यरुशलम में स्थित मस्जिद परिसर की देखरेेख की जिम्मेदारी जॉर्डन की है। 1967 के मध्य पूर्व युद्ध के बाद इजराइल ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है।
–आईएएनएस
सीबीटी/