चमोली, 15 जनवरी (आईएएनएस)। आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा जोशीमठ पहुंचे। उन्होंने जोशीमठ पहुंचकर रोपवे के पास आ रही दरारों का निरक्षण किया। साथ ही आपदा सचिव ने शंकराचार्य मठ में आ रही दरारों व आसपास के घरों में दो दिनों के भीतर आई दरारों का भी निरक्षण किया। आपदा सचिव रणजीत सिन्हा ने कहा कि हैदराबाद से जियो फिजिकल के लिए एक टीम आई हैं, जो सभी दरारों का निरक्षण कर रही है।
इस दौरान आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा हमारी सभी टीमें यहां जांच के लिए पहुंची हैं। अब उनकी रिसर्च बताएगी कि जोशीम में हुए भू-धंसाव का क्या कारण रहा। रिसर्च और अध्यन के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं कि क्या क्षेत्र में कोई नई दरारें हैं। दरारों में लगभग 1 मिमी की मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन हम उनकी निगरानी कर रहे हैं। हम एक पैटर्न भी ढूंढ रहे हैं, ताकि भविष्य में कोई नुकसान न हो।
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के कारणों की जांच के लिए प्रदेश के साथ ही देश के कई जाने माने वैज्ञानिकों की टीमें जोशीमठ में जांचें कर रही हैं। वैज्ञानिकों की टीम जोशीमठ और उसके आसपास के इलाकों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने में लगी हैं। इसी कड़ी में नेशनल जियोफिजिकल इंस्टिट्यूट हैदराबाद की टीम भी जोशीमठ पहुंची है। हैदराबाद से आई इस टीम ने जोशीमठ की जमीनों की धारण क्षमता नापने का काम शुरू कर दिया है।
नेशनल जियोफिजिकल इंस्टीट्यूट की टीम जोशीमठ के अलग अलग क्षेत्रों का दौरा कर रही है, जिसमें जमीनों की क्षमता को नापने का काम किया जा रहा है। नेशनल जियोफिजिकल इंस्टीट्यूट जोशीमठ में जमीनों में हो रहे धंसाव पर रिपोर्ट तैयार कर सरकार को देगी, जिसके बाद सरकार की ओर से आगे इस पर कार्यवाही की जाएगी।
जोशीमठ पहुंची टीम ने रोपवे के पास आ रही दरारों का निरक्षण किया। साथ ही शंकराचार्य मठ में आ रही दरारों एवं आसपास के घरों में दो दिनों के भीतर आई दरारों का भी निरीक्षण किया। इसमें पता चला है कि जोशीमठ में दरारों में लगभग 1 मिमी की मामूली वृद्धि हुई है। जिसकी निगरानी की जा रही है। साथ ही दरारों से पैटर्न को भी देखा जा रहा है।
जोशीमठ में आपदा के बाद राज्य सरकार अपनी तरफ से करोड़ों रुपये जोशीमठ पीड़ितों के लिए जारी कर रही है। चाहे वो राहत और बचाव कार्य हो या फिर पीड़ितों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचाना। इतना ही नहीं, जोशीमठ आपदा के लिए राज्य सरकार एक पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर रही है, ताकि केंद्र सरकार के आगे उसको रखा जा सके और जोशीमठ के लिए एक राहत पैकेज मांगा जा सके। उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार जोशीमठ की त्रासदी को देखते हुए पुष्कर सिंह धामी सरकार को राहत पैकेज जारी कर सकती है।
–आईएएनएस
स्मिता/एसजीके