नई दिल्ली, 21 जुलाई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के पुणे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार को ‘भ्रष्टाचार का सरगना’ बताए जाने को लेकर सियासत गर्मा गयी है।
बिहार के सासाराम से कांग्रेस के सांसद मनोज कुमार ने कहा कि अगर गृहमंत्री अमित शाह ने ऐसा बोला है, तो पहले वह बताएं कि क्या भाजपा में सभी नेता दूध के धुले हैं। जो भाजपा में नहीं है, वे सब भ्रष्ट हैं। जो भाजपा में चले जाते हैं, वे ईमानदार हैं। जो भाजपा में नहीं जाते, वे भ्रष्टाचारी हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जब मैं चुनाव लड़ रहा था, तो मेरे ऊपर भी कई सारे आरोप लगाए गए थे। उस समय मैंने सोचा कि मैं एक गरीब बाप का बेटा हूं, इसलिए ये लोग मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं। अगर मैं भी माफिया और डीएम एसपी का बेटा होता, तो मेरे ऊपर आरोप नहीं लगता।
उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा के साथ चले जाएंगे, वे दूध के धुले हो जाएंगे, स्वच्छ हो जाएंगे। शरद पवार वरिष्ठ नेता हैं। वह हमारे गठबंधन का हिस्सा हैं और करोड़ों लोग उनके समर्थक हैं। मैं खुद उन्हें लाइक करता हूं। इस प्रकार से आरोप लगाना गलत है। सरकारें आती जाती रहती हैंं, लेकिन इस तरह से व्यक्तिगत आक्षेप लगाना गलत है। पहले विचारधारा की लड़ाई होती थी, लेकिन आज की मौजूदा सियासत में व्यक्तिगत निराधार आरोप लगाने का एक चलन सा बन गया है, जो देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरा बन गया है।
कांवड़ विवाद पर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कहा है कि यह श्रद्धा का पर्व है। कांवड़िया कांवड़ यात्रा के लिए तैयार हो रहे हैं। यूपी में कुछ फरमान आया है, इस फरमान में नेम प्लेट लगाने का आदेश सरासर गलत है, ऐसा नहीं होना चाहिए। जितना जल्दी हो सके आदेश को वापस लिया जाए। भाजपा के सहयोगी दल के नेता इस फैसले का विरोध कर रहे है।
उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का देश है, राजतंत्र का नहीं है। यहां जनता सर्वोपरि है। सभी जाति धर्म संप्रदाय एक समान है। असल में जो मुद्दा है, वो बेरोजगारी, महंगाई का है। इन मुद्दों पर पहले काम होना चाहिए। भाजपा के लोग हमेशा जाति धर्म संप्रदाय को लेकर बात करते रहते हैं। जितना जल्दी हो, इस आदेश को वापस लेना चाहिए। इस मामले को हम संसद में भी उठाएगे। पहले भी विपक्ष के नेता तमाम मुद्दों को लेकर विपक्ष में आवाज उठाते रहे हैं और इस मुद्दे को भी संसद में उठाया जाएगा।
बजट सत्र को लेकर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कहा कि महंगाई चरम सीमा पर है, इसका भी ख्याल रखा जाए। हम लोग आशा करते हैं कि बजट सत्र में जनता से जुड़े हुए मुद्दों पर चर्चा होगी। देश के अंदर बेरोजगारी, स्वास्थ्य शिक्षा समेत मानवीय जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं का ख्याल रखा जाए। इस बजट से देश की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार बजट में जनता के हितों का ख्याल रखेगी।
बिहार के कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार में कोई कानून राज नहीं है, जंगलराज चल रहा है। अपराध काफी बढ़ रहा है। खुलेआम अपराधियों का तांडव है। आज मेरे पास मेरे गांव के कुछ लोग आए, उन्होंने बताया कि उनके घर के सदस्यों को धमकी दी गई है। फिरौती की डिमांड की जा रही है।
इतना ही नहीं, जब मैं चुनाव जीता था, उसके कुछ दिनों बाद मुझे धमकी दी गई। कहा गया कि तुम्हें गोली से मार देंगे, लेकिन मैं जमीन से जुड़ा हुआ नेता हूं। मैंने कह दिया कि अगर मुझे मार ही दोगे, तो इससे क्या हासिल होगा। मैंने इस बात से एसपी सिटी को भी अवगत कराया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब तो हालत यह है कि बिहार में रहने से डर लगता है, क्योंकि मेरी फैमिली बिहार में रहती है, सोचता हूं कि कभी फैमिली को न कुछ हो जाए।
–आईएएनएस
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