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Home ताज़ा समाचार

झांसी की घटना के बाद लखनऊ में प्रशासन सख्त, स्वत: संज्ञान लेकर किया जा रहा सुरक्षा ऑडिट

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November 18, 2024
in ताज़ा समाचार
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लखनऊ, 18 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के झांसी में 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रशासन एक्शन मोड में आ चुका है।

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राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा, “हमारी ओर से सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी कमियों को जल्द से जल्द दूर करें। जो अस्पताल इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें आगे अस्पताल बंद करने या सील करने का नोटिस दिया जाएगा। लखनऊ में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और तैयारी कर रहा है। हम अपनी कमियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए कदम उठा रहे है।”

–आईएएनएस

पीएसएम/सीबीटी

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लखनऊ, 18 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के झांसी में 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रशासन एक्शन मोड में आ चुका है।

राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा, “हमारी ओर से सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी कमियों को जल्द से जल्द दूर करें। जो अस्पताल इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें आगे अस्पताल बंद करने या सील करने का नोटिस दिया जाएगा। लखनऊ में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और तैयारी कर रहा है। हम अपनी कमियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए कदम उठा रहे है।”

–आईएएनएस

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लखनऊ, 18 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के झांसी में 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रशासन एक्शन मोड में आ चुका है।

राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा, “हमारी ओर से सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी कमियों को जल्द से जल्द दूर करें। जो अस्पताल इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें आगे अस्पताल बंद करने या सील करने का नोटिस दिया जाएगा। लखनऊ में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और तैयारी कर रहा है। हम अपनी कमियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए कदम उठा रहे है।”

–आईएएनएस

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लखनऊ, 18 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के झांसी में 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रशासन एक्शन मोड में आ चुका है।

राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा, “हमारी ओर से सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी कमियों को जल्द से जल्द दूर करें। जो अस्पताल इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें आगे अस्पताल बंद करने या सील करने का नोटिस दिया जाएगा। लखनऊ में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और तैयारी कर रहा है। हम अपनी कमियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए कदम उठा रहे है।”

–आईएएनएस

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राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

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राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

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राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

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राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा, “हमारी ओर से सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी कमियों को जल्द से जल्द दूर करें। जो अस्पताल इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें आगे अस्पताल बंद करने या सील करने का नोटिस दिया जाएगा। लखनऊ में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और तैयारी कर रहा है। हम अपनी कमियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए कदम उठा रहे है।”

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लखनऊ, 18 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के झांसी में 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रशासन एक्शन मोड में आ चुका है।

राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा, “हमारी ओर से सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी कमियों को जल्द से जल्द दूर करें। जो अस्पताल इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें आगे अस्पताल बंद करने या सील करने का नोटिस दिया जाएगा। लखनऊ में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और तैयारी कर रहा है। हम अपनी कमियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए कदम उठा रहे है।”

–आईएएनएस

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लखनऊ, 18 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के झांसी में 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रशासन एक्शन मोड में आ चुका है।

राजधानी लखनऊ में सभी सरकारी और गैर सरकारी फायर सेफ्टी ऑडिट और सुरक्षा संबंधी आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेकर सभी मानकों जांच के आदेश दिए हैं। यह जानकारी जिले के सीएमओ एनबी सिंह ने दी।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “झांसी की दुखद घटना के बाद से हम लोग पूरी तरह से सचेत हो गए हैं और शनिवार से ही इस पर संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, हमने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिक सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। कल से हमारे सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल भी शुरू हो गई है। साथ ही, निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किया गया है। नोट‍िस में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी ओर से फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल ऑडिट करवाएं। अगर किसी अस्पताल में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो फायर डिपार्टमेंट द्वारा कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा, “हमारी ओर से सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी कमियों को जल्द से जल्द दूर करें। जो अस्पताल इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें आगे अस्पताल बंद करने या सील करने का नोटिस दिया जाएगा। लखनऊ में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और तैयारी कर रहा है। हम अपनी कमियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए कदम उठा रहे है।”

–आईएएनएस

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