रांची, 17 फरवरी (आईएएनएस)। महाकुंभ में प्रयागराज जाने के लिए झारखंड के स्टेशनों पर उमड़ रही भारी भीड़ का प्रबंधन रेलवे के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद झारखंड में पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन से जुड़े मुद्दे को लेकर सोमवार को झारखंड पुलिस के एडीजी ऑपरेशन संजय आनंद लाटेकर ने पुलिस और रेल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उन्होंने निर्देश दिया कि स्टेशनों पर किसी तरह की अफरा-तफरी की स्थिति न हो, इसके लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रेल एडीजी, जोनल आईजी, डीआईजी, धनबाद और जमशेदपुर के रेल एसपी, रांची, कोडरमा, धनबाद, बोकारो, पलामू, गढ़वा, जमशेदपुर, चाईबासा के एसएसपी और एसपी भी जुड़े। उन्हें सभी स्टेशनों पर विधि-व्यवस्था की दृष्टि से निगरानी रखने और मातहत अधिकारियों को अलर्ट रखने का निर्देश दिया गया।
शनिवार और रविवार को रांची एवं कोडरमा स्टेशनों पर भीड़ में हंगामे की स्थिति बन गई थी। इसके पहले जमुआ स्टेशन पर भीड़ ने ट्रेन रोककर पथराव किया था। ऐसी घटनाओं का दोहराव नहीं हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। प्लेटफॉर्म पर भीड़ रोकने के लिए होल्डिंग एरिया में यात्रियों को ठहराने को कहा गया है। ट्रेन आने पर यात्री प्लेटफॉर्म पर आएंगे। अतिरिक्त पुलिस बल के साथ महिला पुलिस बल की भी तैनाती की जा रही है।
नई दिल्ली हादसे के बाद धनबाद रेल मंडल ने विभिन्न स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अतिरिक्त प्रतीक्षालय बनाए हैं। कोडरमा स्टेशन के बाहर दोनों तरफ, पारसनाथ, धनबाद, डालटनगंज और गढ़वा स्टेशनों पर अस्थायी टेंट तैयार किए गए हैं। टेंट में कुर्सियों, कालीन और पानी की व्यवस्था की गई है, जिससे प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम हो सके।
धनबाद रेल मंडल के आरपीएफ कमांडेंट अनुराग मीणा ने कहा है कि ट्रेनों के परिचालन में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सभी प्रमुख स्टेशनों पर सीसीटीवी से निगरानी बढ़ा दी गई है। व्यवस्था बनाए रखने और नियमों के अनुपालन के लिए स्टेशनों पर लगातार अनाउंसमेंट कराए जा रहे हैं।
–आईएएनएस
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