रांची, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड में बुधवार को एक बार फिर आसमानी बिजली का कहर बरपा। लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड की ओरसा पंचायत में हुए वज्रपात में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। हताहत हुए सभी लोग मजदूर तबके के हैं।
जानकारी के मुताबिक शाम करीब पांच बजे तेज बारिश के दौरान काम से लौट रहे मजदूरों ने एक पुलिया के पास पेड़ के नीचे शरण ली थी। इसी दौरान वज्रपात हुआ। इसकी चपेट में आकर छह लोग अचेत हो गए। इसकी जानकारी मिलने पर गांव के लोग दौड़े और उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टरों में इनमें से चार को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान संजय नगेसिया, लालू नगेसिया, रविशंकर नगेसिया और जितेंद्र लोहरा के रूप में हुई है।
घायलों में राजेश नगेसिया और पंचम लोहरा शामिल हैं। इन दोनों का इलाज चल रहा है।
इससे पहले मंगलवार को झारखंड के गिरिडीह जिले के गांवा थाना क्षेत्र के धरवे नावाडीह गांव में बारिश के दौरान हुए वज्रपात में दो बच्चों सोनू कुमार (10) और बिराज कुमार (8) की मौत हो गई थी। दोनों बच्चे मैदान में खेल रहे थे। अचानक बारिश शुरू होने पर एक पेड़ के नीचे छिपे थे, तभी वज्रपात हुआ था।
मंगलवार को ही एक दूसरी घटना में इसी जिले के बगोदरडीह गांव में वज्रपात से एक महिला की जान चली गई थी। मौसम विभाग ने झारखंड में ज्यादातर स्थानों पर अगले दो दिन तक बारिश और कहीं-कहीं गरज के साथ वज्रपात की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में हर साल करीब साढ़े चार लाख वज्रपात की घटनाएं होती हैं। वर्ष 2021-22 में झारखंड में वज्रपात की चार लाख 39 हजार 828 घटनाएं मौसम विभाग ने रिकॉर्ड की थीं। इसके पहले 2020-21 में राज्य में लगभग साढ़े चार लाख बार वज्रपात हुआ था। उस साल वज्रपात से 322 मौतें दर्ज की गई थीं।
–आईएएनएस
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