चतरा, 20 सितंबर (आईएएनएस)। झारखंड-बिहार सीमा पर सक्रिय ‘टाइगर ग्रुप’ नामक आपराधिक गिरोह का सरगना उत्तम यादव शनिवार देर शाम चतरा जिले में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया है।
चतरा के पुलिस अधीक्षक ने उत्तम के मारे जाने की पुष्टि की है। उस पर बिहार सरकार ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। बताया गया कि यह मुठभेड़ झारखंड के चतरा जिला अंतर्गत सिमरिया थाना क्षेत्र के जबड़ा इलाके में हुई।
उत्तम यादव ने तीन माह पहले हजारीबाग में ज्वेलर्स प्रतिष्ठान पर दिनदहाड़े गोलीबारी की जिम्मेदारी ली थी। बताया गया कि पुलिस को उत्तम यादव के सिमरिया इलाके में पहुंचने की सूचना मिली थी। हजारीबाग और चतरा जिला पुलिस की संयुक्त टीम जब उसकी तलाश में पहुंची तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ के दौरान उत्तम को छाती, पेट और जांघ में गोलियां लगीं और वह मौके पर ही गिर पड़ा।
बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए चतरा सदर अस्पताल भेजा गया। चिकित्सकों ने बताया कि पोस्टमार्टम देर रात दंडाधिकारी की मौजूदगी में किया जाएगा, जिसके लिए प्रशासनिक अनुमति मांगी गई है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उत्तम यादव के खिलाफ हत्या, लूट, फिरौती, रंगदारी और फायरिंग जैसे गंभीर आरोपों के दर्जनों मामले झारखंड और बिहार के कई थानों में दर्ज थे। वह लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।
उत्तम यादव चतरा जिले का ही रहने वाला था और इसके पूर्व एक बार आपराधिक मामले में जेल भी गया था। करीब दो महीने पहले उत्तम यादव ने हाथ में एके-47 लेकर एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने चतरा और हजारीबाग के व्यवसायियों को लेवी न देने पर गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी थी।
22 जून को हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र में श्री ज्वेलर्स पर हुए गोलीकांड की जिम्मेदारी भी उत्तम ने खुद ली थी और उसी दिन उसने कार्बाइन के साथ दूसरा धमकी भरा वीडियो जारी कर पुलिस को खुली चुनौती दी थी। इस घटना के बाद हजारीबाग पुलिस ने 3 जुलाई को उसके गिरोह के नौ गुर्गों को गिरफ्तार किया था।
–आईएएनएस
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