रांची, 22 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झारखंड के विधानसभा चुनाव में छात्र-युवा से जुड़े सवालों को बड़ा मुद्दा बनाने और राज्य की हेमंत सोरेन सरकार की घेराबंदी की तैयारी में जुटी है।
नौकरी की परीक्षाओं में धांधली, पर्चा लीक, परीक्षाओं के रिजल्ट में देरी, अनुबंध कर्मियों के स्थायीकरण जैसे सवालों पर पार्टी ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के बैनर तले 23 अगस्त को रांची में ‘युवा आक्रोश रैली’ करने और इसके बाद सीएम आवास कूच करने का ऐलान किया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज ने आईएएनएस से कहा, “इस रैली में राज्यभर से जुटने वाले लाखों युवा राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेंगे। हेमंत सोरेन ने 2019 में चुनाव के दौरान कहा था कि वे सरकार बनाने के पहले ही साल में पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे। पांच साल गुजरने को हैं, नौकरी की आस लगाए युवाओं को सिर्फ निराशा हाथ लगी है। नौकरी के लिए हुई परीक्षाओं में सीटें बेची गई हैं। युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली ऐसी कोई सरकार इतिहास में नहीं बनी।”
इस रैली को चुनाव के ठीक पहले भाजपा की ओर से शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है। एक-एक विधायक-सांसद से लेकर राज्य और जिला कमेटी के पदाधिकारियों को अपने-अपने इलाकों से युवाओं को लाने के लिए बसों-गाड़ियों के इंतजाम की जिम्मेदारी दी गई है। सभी 24 जिलों में इसे लेकर पार्टी के नेता-कार्यकर्ता जिस तरह की तैयारियों में जुटे हैं, उससे यह माना जा रहा है कि रांची में बड़ा जुटान होने वाला है। रैली के पहले बुधवार की शाम को रांची में पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस निकाला था। गुरुवार को भी कई जिलों में मशाल जुलूस निकाला जाएगा।
झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी कहते हैं, “2019 में हेमंत सोरेन ने झारखंड के युवाओं को हर महीने 5,000 से लेकर 7000 रुपए तक बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। बेरोजगार युवाओं को पिछले 5 साल में बेरोजगारी भत्ता के नाम पर एक फूटी कौड़ी तक नहीं मिली। इन 5 सालों में झारखंड के युवाओं को अगर कुछ मिला है, तो सिर्फ धोखा, पेपर लीक और लाठियों की मार।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने युवाओं से रैली में पहुंचने का आह्वान करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है, “हेमंत सरकार की वादाखिलाफी और धोखे से परेशान झारखंड के युवा अब ठान चुका है कि झूठे वादे में नहीं आना है, हेमंत सरकार को भगाना है और भाजपा की डबल इंजन सरकार में रोजगार पाना है।”
–आईएएनएस
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