रांची, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य में हाल के दिनों में सामने आई आपराधिक घटनाओं को लेकर विधि-व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। मरांडी ने मंगलवार को गिरिडीह के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कबरीबाद-चिलगा गांव में हाल में अपराधियों के हमले में मारे गए दामोदर यादव के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन की लुंज-पुंज कार्यशैली की वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। दामोदर यादव की हत्या अपराधियों ने जिस बेरहमी के साथ की, वह एक उदाहरण मात्र है। ऐसी कई घटनाएं राज्य के विभिन्न हिस्सों मे हो रही हैं। मरांडी ने दामोदर यादव के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से मुआवजा और नौकरी देने की मांग भी की।
उन्होंने कहा कि गिरिडीह में सीसीएल के क्षेत्र में अवैध तरीके से कई लोग बसे हैं। इनमें कई लोग आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। जानकारी मिली है कि ये लोग कई तरह के अवैध धंधों में लिप्त हैं। इनकी गुंडागर्दी से लोग परेशान हैं। ऐसे गुंडा तत्वों को चिन्हित कर उनके अवैध घरों को जमींदोज किया जाना चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि हाल में मीडिया की रिपोर्ट से पता चला है कि राज्य की जितनी आबादी नहीं है, उससे अधिक संख्या में आधार कार्ड बन गए हैं। यह बेहद गंभीर मामला है। इसका सामान्य अर्थ यही बनता है कि राज्य के विभिन्न इलाकों में घुसपैठिए आ रहे हैं। राज्य की सरकार को ऐसे मामलों की व्यापक जांच के लिए एसआईटी गठित करनी चाहिए। हमने पहले भी यह मांग उठाई है।
मरांडी ने राज्य में पत्रकारों पर हाल में हमले की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वे जोखिम भरी परिस्थितियों में काम करते हैं। उनकी सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाना चाहिए।
–आईएएनएस
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