अहमदाबाद, 13 सितंबर (आईएएनएस)। अदाणी समूह को टाइम की प्रतिष्ठित विश्व की सर्वश्रेष्ठ कंपनियों की साल 2024 की सूची में शामिल किया गया है। यह सूची एक प्रमुख वैश्विक उद्योग रैंकिंग और सांख्यिकी पोर्टल स्टेटिस्टा के सहयोग से तैयार की गई है। यह सम्मान कर्मचारी संतुष्टि, राजस्व वृद्धि और सस्टेनेबिलिटी के लिए समूह की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
अदाणी समूह ने एक बयान में कहा कि यह “समूह की कड़ी मेहनत और नयी सीमाएं गढ़ने तथा व्यवसायों में उत्कृष्टता प्रदान करने के निरंतर प्रयासों की पुष्टि करता है।”
विश्व की सर्वश्रेष्ठ कंपनियों की 2024 की सूची तीन प्रमुख आयामों पर गहन विश्लेषण पर आधारित है:
कर्मचारी संतुष्टि : लगभग 1,70,000 प्रतिभागियों के साथ 50 से अधिक देशों में किए गए सर्वेक्षणों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सिफारिशों, कार्य स्थितियों, वेतन, समानता और कंपनी की ओवरऑल छवि के आधार पर कंपनियों का मूल्यांकन किया गया।
राजस्व वृद्धि : साल 2023 में 10 करोड़ डॉलर से अधिक राजस्व वाली, और 2021 से 2023 तक लगातार वृद्धि प्रदर्शित करने वाली कंपनियों को मूल्यांकन में शामिल किया गया।
सस्टेनेबिलिटी (ईएसजी) : इसमें कंपनियों की पर्यावरणीय, सामाजिक और प्रशासनिक (ईएसजी) सस्टेनेबिलिटी को आंकने का प्रयास किया गया। कंपनियों का मूल्यांकन स्टैटिस्टा के ईएसजी डेटाबेस और लक्षित शोध से मानकीकृत ईएसजी केपीआई के आधार पर किया गया।
कंपनी ने बताया कि इस मूल्यांकन में अदाणी पोर्टफोलियो की शेयर बाजार में सूचीबद्ध 11 कंपनियों में से आठ पर विचार किया गया, जो पूरे समूह के उत्कृष्ट प्रदर्शन को दर्शाता है। अन्य तीन सूचीबद्ध कंपनियां इन आठ कंपनियों की सहायक कंपनियां हैं। जिन कंपनियों पर विचार किया गया, उनमें अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अदाणी टोटल गैस, अंबुजा सीमेंट्स, अदाणी पावर और अदाणी विल्मर शामिल हैं।
अदाणी समूह देश का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ने वाला विविध क्षेत्र में कारोबार करने वाला समूह है। इसके पोर्टफोलियो में ऊर्जा और यूटिलिटी, परिवहन और लॉजिस्टिक्स, प्राकृतिक संसाधन और उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र शामिल हैं।
समूह का शुद्ध लाभ इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 50.1 प्रतिशत बढ़कर 10,279 करोड़ रुपये हो गया, जबकि ईबीआईटीडीए 22,570 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल की पहली तिमाही की तुलना में 32.9 प्रतिशत अधिक है।
–आईएएनएस
एकेजे/सीबीटी