बेंगलुरु, 14 सितंबर (आईएएनएस)। भाजपा की कर्नाटक इकाई ने इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा का टिकट दिलाने का वादा कर एक उद्योगपति से पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार हिंदुत्व कार्यकर्ता चैत्र कुंडपुरा से खुद को अलग कर लिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को मेंगलुरु में कहा कि भाजपा और महिला हिंदुत्व कार्यकर्ता कुंडापुरा की गिरफ्तारी के बीच कोई संबंध नहीं है।
बोम्मई ने कहा, “चैत्र कुंडपुरा मामले से कोई संबंध नहीं है। मामले की व्यापक जांच होनी चाहिए। जो भी इसमें शामिल हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए.’ केवल धार्मिक संत ही नहीं, जो भी इसमें शामिल है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, ”हमने चुनाव लड़ने के लिए टिकट के बदले वादा की गई धनराशि प्राप्त करने के मामले पर विचार किया है। यह बात बिल्कुल साफ है कि इस मामले का भाजपा से कोई संबंध नहीं है… जो दोषी होंगे वे बड़े नाम लेंगे। जांच शुरू होने दीजिए और सच्चाई सामने आने दीजिए।”
इस बीच, गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को बेंगलुरु में कहा कि हिंदू कार्यकर्ताओं को निशाना बनाए जाने और उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जाने का आरोप सच नहीं है।
उन्होंने कहा, ”कुंडापुरा की गिरफ्तारी और हिंदुत्व कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए जाने के आरोपों का कोई संबंध नहीं है।”
परमेश्वर ने कहा, “मुझे जानकारी मिली कि विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के टिकट का वादा करने के लिए उसे 3.5 करोड़ रुपये मिले थे और इस संबंध में एक शिकायत दर्ज की गई थी। मामले की जांच शुरू हो गई है। उसका बयान ले लिया गया है और गिरफ्तारी कर ली गयी है। अगर किसी धार्मिक साधु की संलिप्तता होगी तो उसे भी गिरफ्तार किया जायेगा। भाजपा आरोप लगा रही है। पुलिस ने मामले का स्वत: संज्ञान नहीं लिया है। यह गिरफ्तारी एक शिकायत के आधार पर की गई है। वह हिंदू समर्थक भाषण दे रही थीं, लेकिन इसे वर्तमान मामले के साथ न मिलाएं।”
सूत्रों ने कहा कि मामले में बड़ी हस्तियों की संलिप्तता के बारे में कुंडापुरा के बयान के बाद भगवा पार्टी अपनी छवि को लेकर चिंतित है।
कर्नाटक पुलिस ने एक उद्योगपति गोविंदा बाबू पुजारी को हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा का टिकट दिलाने का वादा करके 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में कुंडापुरा को गिरफ्तार किया है।
शिकायत के बाद सिटी सेंट्रल ब्रांच पुलिस ने मंगलवार रात उसे उडुपी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके सहयोगी बताए जा रहे छह लोगों को गिरफ्तार किया था।
विजयनगर जिले के हुविनाहाडागली में हिरेहादागली मठ के अभिनव हलश्री इस मामले में एक अन्य आरोपी हैं। कुंडापुरा की गिरफ्तारी के बाद से हलश्री फरार है और पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है।
सूत्रों ने बताया कि हलश्री के भाजपा और आरएसएस के कई प्रमुख नेताओं से संबंध थे। कर्नाटक में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 72 नए चेहरों को टिकट दिया था।
–आईएएनएस
एकेजे