कोलकाता, 29 सितंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के करीब स्वरूपनगर में एक बगीचे में चार दिन पहले एक महिला का शव पाया गया था। महिला का गला कटा हुआ और चेहरा जला हुआ था, जिसे पहचाना नहीं जा सकता था।
इस मामले को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उठाने के बावजूद, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस राजनीतिकरण के इस प्रयास को गंभीरता से नहीं ले रही है।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार की तीखी आलोचना की है। उन्होंने दावा किया है कि यह घटना तृणमूल कांग्रेस शासन में पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को साबित करती है।
अमित मालवीय ने अपने एक्स अकाउंट से किए पोस्ट में ‘इंडिया’ गठबंधन में तृणमूल कांग्रेस की भागीदारी का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि क्या राजनीतिक रूप से उपयुक्त होने पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले राहुल गांधी पश्चिम बंगाल में महिलाओं की रक्षा करने में विफल रहने के लिए ममता बनर्जी की आलोचना करेंगे? या इंडिया गठबंधन की मजबूरी आड़े आएगी?
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया, ”मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हाथरस में नाबालिग से सामूहिक बलात्कार के मामले में प्रतिनिधिमंडल भेजती हैं, लेकिन उनमें स्वरूपनगर में टीम भेजने की मानवता नहीं है।”
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने इस तरह के राजनीतिकरण के प्रयासों को पूरी तरह से नजरअंदाज करने का विकल्प चुना है। मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
राज्य मंत्रिमंडल के एक सदस्य ने कहा, ”एक ऐसी घटना के पीछे हमारी क्या प्रतिक्रिया हो सकती है जो बेहद दुखद थी? पुलिस मामले की जांच कर रही है। भाजपा हमेशा लाशों पर राजनीति करना चाहती है। वे ऐसा करना जारी रख सकते हैं लेकिन इसे राज्य के आम लोग गंभीरता से नहीं लेंगे। भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनके शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं काफी आम हैं।”
–आईएएनएस
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