नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। कृषि भवन में हुए हंगामे और तृणमूल कांग्रेस सांसदों के आरोपों को गलत करार देते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मंत्रालय में अपने बैठे रहने के वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया है कि आज उनका 2:30 घंटे का समय व्यर्थ चला गया, तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में 6 बजे मिलने का समय लिया था और वह तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 8:30 बजे कार्यालय से निकली हैं।
उन्होंने कहा कि तृणमूल नेताओं द्वारा की गई यह अत्यंत शर्मनाक घटना है। साध्वी निरंजन ज्योति ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “आज 2:30 घंटे का समय व्यर्थ गया। आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 8:30 बजे कार्यालय से निकली हूं। मेरी जानकारी के अनुसार, तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में 6 बजे मिलने का समय लिया था। लेकिन बाद में वे तृणमूल के कार्यकर्ताओं को जनता बताकर मिलना चाह रहे थे, जो कार्यालय की व्यवस्था के विरुद्ध था।”
केंद्रीय मंत्री ने तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आगे कहा, “संबंधित भेंट के तय विषयों से वे पीछे हट गए, क्योंकि उनका उद्देश्य भेंट करना नहीं था, उनकी मंशा राजनीति करने की थी। तृणमूल नेताओं द्वारा की गई यह अत्यंत शर्मनाक घटना है।”
–आईएएनएस
एसटीपी/एसजीके
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। कृषि भवन में हुए हंगामे और तृणमूल कांग्रेस सांसदों के आरोपों को गलत करार देते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मंत्रालय में अपने बैठे रहने के वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया है कि आज उनका 2:30 घंटे का समय व्यर्थ चला गया, तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में 6 बजे मिलने का समय लिया था और वह तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 8:30 बजे कार्यालय से निकली हैं।
उन्होंने कहा कि तृणमूल नेताओं द्वारा की गई यह अत्यंत शर्मनाक घटना है। साध्वी निरंजन ज्योति ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “आज 2:30 घंटे का समय व्यर्थ गया। आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 8:30 बजे कार्यालय से निकली हूं। मेरी जानकारी के अनुसार, तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में 6 बजे मिलने का समय लिया था। लेकिन बाद में वे तृणमूल के कार्यकर्ताओं को जनता बताकर मिलना चाह रहे थे, जो कार्यालय की व्यवस्था के विरुद्ध था।”
केंद्रीय मंत्री ने तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आगे कहा, “संबंधित भेंट के तय विषयों से वे पीछे हट गए, क्योंकि उनका उद्देश्य भेंट करना नहीं था, उनकी मंशा राजनीति करने की थी। तृणमूल नेताओं द्वारा की गई यह अत्यंत शर्मनाक घटना है।”
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