हैदराबाद, 23 मार्च (आईएएनएस)। तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी गुरुवार को तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग पेपर लीक मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश हुए। मामले में उनके द्वारा लगाए गए कुछ आरोपों के संबंध में सबूत देने के लिए एसआईटी द्वारा जारी समन के जवाब में, कांग्रेस नेता एसआईटी कार्यालय में जांच अधिकारियों के सामने पेश हुए।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के प्रमुख अपने समर्थकों की एक रैली के साथ हिमायत नगर स्थित एसआईटी कार्यालय की ओर जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें लिबर्टी चौराहे पर रोक दिया।
रेवंत रेड्डी के साथ आए कांग्रेस कार्यकतार्ओं को रोकने के लिए पुलिस ने लिबर्टी से हिमायत नगर की व्यस्त सड़क को बंद कर दिया।
रेवंत रेड्डी के काफिले में वाहनों को अनुमति देने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए।
रेवंत रेड्डी ने बाद में अपने कुछ समर्थकों के साथ हिमायत नगर स्थित एसआईटी कार्यालय की ओर चलना शुरू किया। एसआईटी कार्यालय में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि कांग्रेस कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और कार्यालय के बाहर बैठ गए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। कांग्रेस नेताओं और कैडरों की गिरफ्तारी की निंदा करने के लिए कांग्रेस नेता ने ट्विटर का सहारा लिया। यह कहते हुए कि दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय के सामने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) द्वारा दिल्ली शराब नीति मामले में एमएलसी के. कविता से पूछताछ के दौरान नाटक किया गया था, लेकिन तेलंगाना में बीआरएस विपक्ष के विरोध को दबा रहा है।
रेवंत रेड्डी ने लिखा, हमारे नेताओं और कैडर की गिरफ्तारी इस संदर्भ में बेहद निंदनीय है कि मुझे आज टीएसपीएससी पेपर लीक पर सबूत देने के लिए एसआईटी कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।
टीपीसीसी प्रमुख ने आरोप लगाया था कि राज्य के मंत्री के टी रामाराव के निजी सहायक पेपर लीक में शामिल थे। उन्होंने यह जानकारी होने का दावा किया कि एक मंडल से संबंधित उम्मीदवार, जहां से केटीआर के पीए तिरुपति और आरोपी राजशेखर रेड्डी हैं, ने ग्रुप 1 प्रीलिम्स में 103 से अधिक अंक हासिल किए हैं।
–आईएएनएस
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