नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिका में खसरा बीमारी दोबारा बड़ी संख्या में फैल सकती है, क्योंकि वहां बच्चों को टीके लगवाने की दर कई राज्यों में घटती जा रही है। यह बात एक नई रिसर्च में सामने आई है।
अमेरिका की स्टैनफोर्ड, बायलर, राइस और टेक्सास यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक मॉडल के जरिए यह अध्ययन किया। सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, इस मॉडल ने अलग-अलग टीकाकरण दरों के साथ 25 सालों के अलग-अलग हालातों का अध्ययन किया।
जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया कि अगर अभी जैसी ही टीकाकरण की स्थिति बनी रही, तो खसरा बीमारी अमेरिका में फिर से आम हो सकती है और अगले 25 साल में करीब 8.5 लाख से ज़्यादा खसरे के मामले सामने आ सकते हैं।
अगर टीकाकरण की दर 10% कम हो गई, तो करीब 1.1 करोड़ लोग खसरे की चपेट में आ सकते हैं। और अगर यह दर 50% तक गिर गई, तो हालात और भी ज़्यादा गंभीर हो जाएंगे जिसमें 5.1 करोड़ खसरे के मामले, 99 लाख रूबेला, 43 लाख पोलियो, 197 डिप्थीरिया के मामले, 10.3 लाख अस्पताल में भर्ती मामले और करीब 1.6 लाख मौतें हो सकती हैं।
कोविड-19 महामारी के समय से अमेरिका में टीके लगवाने की दर कम होती जा रही है। इसकी वजहें हैं, जैसे नीतियों में बदलाव (जैसे माता-पिता की निजी मान्यताओं के आधार पर टीके न लगवाना), गलत जानकारी का फैलना, सरकार और स्वास्थ्य व्यवस्था पर भरोसे की कमी, और समाज से जुड़ी अन्य समस्याएं।
अब कुछ नीति-निर्माता बच्चों को दिए जाने वाले टीकों की संख्या घटाने पर भी विचार कर रहे हैं। इस सबके बीच टीके से बचाई जा सकने वाली बीमारियां जैसे खसरा फिर से फैलने लगी हैं। 2024 से अब तक अमेरिका में खसरे के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से कई बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगर टीकाकरण की दर बढ़ाई जाए, तो खसरा जैसी बीमारियों को फिर से फैलने से रोका जा सकता है। उनका साफ कहना है कि बचपन के नियमित टीकाकरण को जारी रखना बहुत जरूरी है, नहीं तो कई बीमारियां फिर से आम हो जाएंगी।
–आईएएनएस
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